मेरठ 25 फरवरी (प्र)। दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल कॉरिडोर में मेरठ में बेगमपुल स्टेशन पर अब ट्रैक बिछाने का काम पूरा हो गया है। स्टेशन को फाइनल टच दिया जा रहा है ताकि जल्द वह तैयार हो जाए। तैयारी है कि अप्रैल में अंडरग्राउन्ड सेक्शन में भी ट्रायल प्रारंभ कर दिया जाए।
रैपिड रेल कॉरिडोर में मेरठ के बड़े व्यापारिक केंद्र बेगमपुल में शहर का सबसे बड़ा अंडरग्राउंड नमो भारत स्टेशन बनाया जा रहा है। इस स्टेशन पर दोनों लाइन (अप और डाउन) के लिए ट्रैक बिछाया जा चुका है व फिनिशिंग कार्य अंतिम चरण में तीव्र गति से जारी है। इसके साथ ही फ्लोरिंग और मार्बल बिछाने समेत अन्य कार्य भी किए जा रहे हैं। बेगमपुल मेरठ में एकमात्र अंडरग्राउंड स्टेशन है, जहां से नमो भारत और मेरठ मेट्रो की सुविधा यात्रियों को मिलेगी। इस स्टेशन पर दो ट्रैक बनाए गए हैं, जहां अत्याधुनिक सिग्नलिंग सिस्टम की मदद से दोनों ट्रेन गुजरेंगी। ऐसा देश में पहली बार होगा कि सेमी-हाई स्पीड नमो भारत और मेरठ मेट्रो एक ही ट्रैक पर दौड़ती नजर आएंगी। स्टेशन पर तकनीकी कक्ष भी बनकर तैयार हो गए हैं। फर्श बिछाने व अन्य फिनिशिंग कार्य तेज गति से किए जा रहे हैं।
246 मीटर लंबा होगा बेगमपुल स्टेशन
बेगमपुल स्टेशन की लंबाई लगभग 246 मीटर और चौड़ाई करीब 24.5 मीटर है। स्टेशन की गहराई करीब 22 मीटर है। इतनी गहराई के बावजूद यात्रियों की सुविधा का ध्यान रखा गया है और प्रत्येक प्रवेश-निकास द्वार पर एक लेवल से दूसरे लेवल पर आने-जाने को अलग-अलग जगहों पर कुल 20 एस्केलेटर्स का प्रावधान है, जिनमें से 13 लगाए जा चुके हैं। स्टेशन पर सीढ़ियों के साथ-साथ सात लिफ्ट का निर्माण भी किया जाएगा, जिनमें से तीन लग चुकी है। एनसीआरटीसी ने मेडिकल संबंधी सहायता के लिए भी स्टेशनों को तैयार किया है।
अप्रैल में ट्रायल की हो रही तैयारी
बेगमपुल के अलावा मेरठ में मेरठ सेंट्रल और भैंसाली भी अंडरग्राउंड स्टेशन है, लेकिन उन पर केवल मेरठ मेट्रो की सुविधा मिलेगी। नमो भारत और मेरठ मेट्रो की सुविधा शहर में मेरठ साउथ, शताब्दी नगर, बेगमपुल और मोदीपुरम स्टेशन पर ही मिलेगी। मेरठ मेट्रो के लिए 23 किलोमीटर के सेक्शन में शहर में कुल 13 स्टेशन बनाए जा रहे हैं। इनमें से मेरठ सेंट्रल, भैंसाली और बेगमपुल अंडरग्राउंड हैं, बाकी एलिवेटेड हैं। अप्रैल में एमईएस(गांधी बाग)स्टेशन तक ट्रायल की तैयारी है।