मेरठ 25 फरवरी (प्र)। मेरठ विकास प्राधिकरण (मेडा) की न्यू टाउनशिप 31 जोन में विकसित होगी। इसके लिए अब तक 100 हेक्टेयर जमीन खरीदी गई है। टाउनशिप में विश्वस्तरीय सुविधाएं होंगी। इसमें आईटी सेक्टर भी होगा हाईवे के साथ ही कुछ ग्रामीण इलाकों में फीडर मार्ग से कनेक्टिविटी होगी। यह टाउनशिप शहर के एक छोर पर होगी। जहां से गाजियाबाद, नोएडा, गुड़गांव, दिल्ली, फरीदाबाद आदि पहुंचना आसान होगा।
पहले फेज के तहत 142 हेक्टेयर में इंटीग्रेटेड टाउनशिप विकसित होगी। यहां स्पेशल डवलपमेंट एरिया (एसडीए) प्रस्तावित है और एनसीआरटीसी ने मिश्रित भू उपयोग रखा है। इसलिए आबादी के साथ ही औद्योगिक गतिविधियां भी संचालित होंगी। वहीं मेरठ साउथ स्टेशन पर रैपिड और मेट्रो दोनों ही ट्रेनों की सुविधा यात्रियों को मिलेगी। रैपिड लगातार चल रही है। यहां से ट्रेन बदलकर आसानी से सफर किया जा सकेगा। इसके अलावा यहां बस टर्मिनल भी बनाया जाएगा। इस पर जल्द काम शुरू होने की संभावना है।
टाउनशिप की वह भी खासियत होगी कि न्यू टाउनशिप के लिए शहर के साथ ही आसपास के जिलों से भी यहां आना-जाना आसान होगा। आरआरटीएस स्टेशन, डेडिकेटेड फ्रेट कॉरीडोर, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे मोहिउद्दीनपुर स्टेशन की दूरी महज डेढ़ किमी. तक रहेगी। हाईवे के साथ ही परतापुर, गंगोल आदि ग्रामीण क्षेत्रों से भी फीडर मार्ग से जोड़ा जाएगा। स्टील्ड स्ट्रक्चर के तहत फैक्ट्रियां वर्टिकल बनाई जाएंगी। अलग से औद्योगिक ब्लॉक बनेगा।
पहले फेज में करीब सात करोड़ के खर्च से 100 हेक्टेयर जमीन की खरीद हो गई है। इसमें 1.85 लाख लोगों के लिए 41 हजार 575 आवास बनेंगे मोहिउद्दीनपुर में प्रस्तावित 112 हेक्टेयर में से 35.14 हेक्टेयर भूमि छजमलपुर उर्फ छज्जूपुर में 30 हेक्टेयर में से 8.75 हेक्टेयर भूमि की खरीद कर ली गई है। इस फेज में 100 हेक्टेयर को आवासीय, 27 को व्यवसायिक उपयोग और 20 हेक्टेयर को आईटी के लिए आरक्षित किया गया है।
जल्द शुरू होगी प्लॉटिंग
मेरठ महायोजना 2031 के तहत औद्योगिक क्षेत्र में 75 फीसदी, व्यवसायिक क्षेत्र में 96 फीसदी और आवासीय क्षेत्र में 50 फीसदी का इजाफा किया गया है। नई महायोजना 1043 वर्ग किमी. की है, जबकि महायोजना 2021 में 500 वर्ग अभिषेक पांडेय ने बताया कि ने बताया कि किमी. का ही क्षेत्र था मेडा उपाध्यक्ष न्यू टाउनशिप के लिए जल्द ही प्लॉटिंग की व्यवस्था की जाएगी।