नई दिल्ली, 22 फरवरी। सीआरपीएफ हवलदार केशपाल सिंह, जो 108 रेपिड एक्शन फोर्स का जवान था, ने अपनी पत्नी और बेटी के साथ मिलकर जहरीला पदार्थ खा लिया था। बाद में केशपाल सिंह और उनकी पत्नी प्रियंका देवी की मौत हो गई। बेटी नव्या की जान बचा ली गई है। सीआरपीएफ मुख्यालय ने इस मामले में कठोर एक्शन लिया है। सीआरपीएफ की 108 रेपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के कमांडेंट नरेंद्र सिंह को नार्थ ईस्ट जोन मुख्यालय भेजा गया है।
इनके साथ ही 108 रेपिड एक्शन फोर्स की डिप्टी कमांडेंट तुलसी डुगरियाल और इंस्पेक्टर जीडी (महिला) गुरमीत कौर का भी तुरंत प्रभाव से तबादला कर दिया गया है। तुलसी डुगरियाल को असम के बोंगईगांव स्थित डीआईजी (ऑप्स) कार्यालय में लगाया गया है, जबकि गुरमीत कौर को असम स्थित सीआरपीएफ के ग्रुप सेंटर खटखटी में तैनाती दी गई है। मृतक हवलदार के भाई महेशपाल सिंह ने सीआरपीएफ की महिला डीसी व इंस्पेक्टर के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी है।
बता दें कि 16 फरवरी को हवलदार केशपाल सिंह (45) ने अपनी पत्नी प्रियंका देवी (36) और बेटी नव्या (13) के साथ जहरीला पदार्थ खा लिया था। इस घटना में केशपाल सिंह और उसकी पत्नी की मौत हो गई। डॉक्टरों ने केशपाल सिंह की बेटी को बचा लिया है। केशपाल सिंह के भाई महेशपाल सिंह ने कहा था, यह कोई छोटा मोटा केस नहीं है।
सीआरपीएफ की महिला अधिकारी पर आरोप लगे हैं। हमने मेरठ जिले के कंकरखेड़ा पुलिस स्टेशन में शिकायत दी है। एफआईआर दर्ज करने का आग्रह किया गया है। साथ ही सीआरपीएफ के आईजी ने भी यह भरोसा दिया है कि इस मामले की तह तक पहुंचा जाएगा। सीआरपीएफ द्वारा इस मामले की कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश जारी किए गए हैं। कमांडेंट विनोद कुमार के नेतृत्व में गठित बोर्ड इस केस की जांच कर रहा है। मेरठ के कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र में गत रविवार को यह हृदय विदारक घटना सामने आई थी। केशपाल सिंह के भाई महेशपाल सिंह ने कहा उनके पास सुबह ही फोन आया था। उस वक्त केशपाल सिंह जहरीला पदार्थ निगल चुके थे। केशपाल सिंह ने फोन पर कहा था कि सीआरपीएफ की महिला अधिकारी तुलसी डुगरियाल और गुरमीत कौर ने उसे धोखा दिया है। उसके साथ बहुत बुरा सलूक किया जा रहा है। उसे मानसिक और शारीरिक तौर पर टॉचर्र किया गया है। उसने सीआरपीएफ की दोनों महिला अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए थे। केशपाल सिंह ने यह भी कहा, हमारे बाद मेरे बेटे का ध्यान रखना। उसे अच्छे से पढ़ाना लिखाना।