मेरठ 21 फरवरी (प्र)। यूपी के बजट में वेस्ट यूपी को बड़ी सौगात मिली है। बजट में महाभारत कालीन इतिहास के संरक्षण और संवर्द्धन के लिए महाभारत सर्किट में विदुर कुटी(बिजनौर), हस्तिनापुर (मेरठ), लाक्षागृह बरनावा (बागपत) और मथुरा को भी शामिल किया गया है। वहीं, मेरठ-सहारनपुर समेत सात शहर सोलर सिटी भी बनेंगे।
मेरठ-प्रयागराज गंगा एक्सप्रेस वे अब पूर्वांचल में वाराणसी, सोनभद्र तक और वेस्ट यूपी में मुजफ्फरनगर से होते हुए उत्तराखंड में हरिद्वार से जुड़ेगा। मेरठ, नोएडा और सहारनपुर को सोलर सिटी बनाने का भी ऐलान किया गया है। मेरठ में महिला छात्रावास के लिए भी बजट का आवंटन हुआ है। दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल प्रोजेक्ट को 466 करोड़ रुपये दिए हैं। साथ हीजेवर एयरपोर्ट को बुलंदशहर में गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ने का भी बजट आवंटित हुआ है। विधानसभा में पेश बजट में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने चार नए एक्सप्रेसवे के निर्माण की घोषणा की है। इसके लिए बजट में 50 करोड़ की व्यवस्था की गई है।
जेवर को भी लाभ : गंगा एक्स्प्रेसवे को जेवर एयरपोर्ट से जोड़ने के लिए बुलंदशहर से होते हुए ग्रीनफील्ड एक्स्प्रेसवे बनाने का प्रस्ताव है। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से गंगा एक्सप्रेसवे को हरदोई वाया फर्रूखाबाद तक जोड़ने के लिए ग्रीनफिल्ड एक्सप्रेसवे की घोषणा की गई है। इसके लिए 900 करोड़ की घोषणा की गई।
मेरठ में महिला छात्रावास : मेरठ समेत सात शहरों में मुख्यमंत्री श्रमजीवी महिला छात्रावास की व्यवस्था की जा रही है।
महाभारत सर्किट में शामिल: अब भगवान श्रीकृष्ण की कर्मस्थली हस्तिनापुर और आसपास के इलाके को महाभारत सर्किट में शामिल करने का प्रस्ताव है। श्री बांकेबिहारी मंदिर कॉरिडोर के निर्माण के साथ बिजनौर के विदुर कुटी व मेरठ और आसपास के महाभारत सर्किट को बजट प्रावधान कर सरकार ने इस ओर कदम बढ़ा दिया है। जैन सर्किट के जरिए जैन समाज की आस्था को सम्मान देने का संकल्प प्रदर्शित किया है। धार्मिक पर्यटन को खजाना खोलकर सरकार ने सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के एजेंडे को धार देने की प्रतिबद्धता दर्शा दी है। सरकार ने बजट में तर्क दिया है यूपी में बीते सात वर्षों में धार्मिक पर्यटन को पंख लगे हैं। बीते साल प्रदेश में 65 करोड़ से अधिक पर्यटकों की आमद का रिकार्ड बना।
अब बिजनौर स्थित विदुर कुटी के साथ महाभारत सर्किट में मथुरा, वृंदावन, गोकुल, गोवर्धन, बरसाना, नंदगांव, बलदेव से लेकर अन्य धार्मिक स्थलों को जोड़ा जाएगा। इसमें हस्तिनापुर, कांपिल्य, बरनावा, मथुरा, कौशाम्बी, गोंडा, लाक्षागृह जैसे स्थान भी शामिल हैं। अयोध्या में भव्य राम मंदिर, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर और विंध्यवासिनी कॉरिडोर के बाद काफी समय से उठ रहे श्री बांके बिहारी महाराज मंदिर के कॉरिडोर की मांग को भी योगी सरकार ने अमलीजामा पहनाने का फैसला किया है।
हस्तिनापुर से पानीपत तक महाभारत कालीन मुख्य स्थल
मेरठ में हस्तिनापुर से लेकर बागपत, बड़ौत और हरियाणा के कुछ इलाकों को महाभारत काल और कौरव-पांडवों से जुड़ा माना जाता है, लेकिन ज्यादातर इलाके उपेक्षित हैं। हस्तिनापुर का भी हाल ऐसा ही है और बरनावा के लाक्षागृह का भी है। अब उम्मीद जगी है इन जगहों का उद्धार हो पाएगा। इसे विशेष पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित किया जा सकेगा।