बागपत 20 फरवरी। जिला अस्पताल परिसर में एक झोलाछाप पेड़ के नीचे बैठकर मरीज देखने लगा । वह सभी बीमारियों को ठीक करने का दावा कर मरीजों को अपने जाल में फंसा रहा था। मरीज भी झांसे में आ रहे थे और उपचार करा रहे थे। शुरुआत में तो बिना पैसे उपचार किया लेकिन बाद में 500 रुपये फीस बताने लगा। पुलिस ने आरोपित को पकड़ लिया।
बुधवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे जिला अस्पताल परिसर में पेड़ के नीचे रखी बेंच पर लोगों की भीड़ लगी थी। लोग जैसे-जैसे पास जा रहे थे, वैसे ही पता चलता था कि एक झोलछाप सभी बीमारियों का उपचार बिना दवा के कर रहा है। वह कान में टेप चिपका रहा था। सीएमएस डा. एसके चौधरी ने भीड़ इकट्ठी देख कर्मचारियों को भेजा । कर्मचारियों को पता चला कि वह अस्पताल परिसर में लोगों का उपचार कर रहा है तो उन्होंने चौकी पुलिस को अवगत कराया। चौकी प्रभारी सूरजभान सिंह झोलाछाप को चौकी पर ले आए। उससे पूछताछ की तो बताया कि वह अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य चिकित्सा संस्थान चलाता है। कानों में एक विशेष प्रकार की टेप चिपकाकर उपचार करता है। उसे इतनी जानकारी नहीं थी जिला अस्पताल में ऐसा नहीं करते हैं।
विजिटिंग कार्ड वांटने को रखे थे बच्चे
झोलाछाप ने दो बच्चे विजिटिंग कार्ड बांटने के लिए 300-300 में रखे थे। विजिटिंग कार्ड पर नाम रविकांत भारद्वाज लिखा था। उपचार जापानी तकनीक से करने का दावा किया जा रहा था। सीएमओ डा. तीरथ लाल ने कहा कि वह इसकी जांच करा झोलाछाप के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराएंगे।
चार घंटे तक रखा चौकी पर फिर छोड़ा
पुलिस ने झोलाछाप को चार घंटे तक जिला अस्पताल की चौकी पर बैठाए रखा गया। उसके माफी मांगने पर छोड़ दिया गया। चेतावनी दी कि दोबारा जिला अस्पताल में इस तरह की हरकत की तो मुकदमा दर्ज करा देंगे। उधर, झोलाछाप ने पूछताछ में दावा किया कि वह कोतवाली में पुलिसकर्मियों का भी उपचार कर चुका हैं। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. एसके चौधरी ने बताया कि झोलाछाप द्वारा जिला अस्पताल में उपचार करने की जानकारी मिली थी। कर्मचारियों को भेजकर चौकी में बंद करवा दिया था। बाद में सख्त हिदायत के बाद छोड़ दिया गया।