लखनऊ 18 फरवरी। कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद डॉ उदित राज ने एक ऐसा बयान दिया है, जिस पर विवाद खड़ा हो गया है। बहुजन समाज पार्टी के नेताओं ने डॉ उदित राज पर पूर्व मुख्यमंत्री मायावती को जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस से कार्रवाई की मांग की है।
डॉ उदित राज पर निशाना साधते हुए बीएसपी प्रमुख मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने उत्तर प्रदेश पुलिस से उनकी गिरफ्तारी की मांग की है। इतना ही नहीं, उन्होंने पुलिस को 24 घंटे का अल्टीमेटम भी दे दिया है।
उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, आज लखनऊ में मान्यवर कांशीराम साहेब के कुछ पुराने सहयोगी और कभी बीजेपी कभी कांग्रेसी चमचे उदित राज ने साहेब के मिशन पर लंबा चौड़ा ज्ञान दिया है। जबकि उदित राज अपने स्वार्थ के लिए दूसरे दलों में मौका तलाशने के लिए कुख्यात है। उसे बहुजन मूवमेंट की चिंता सिर्फ इसलिए है ताकि वो किसी दल की चमचागिरी कर के सांसद या विधायक बन सके। इसका बहुजन समाज के उत्थान से कोई लेना देना नहीं है।
मैं बहुजन मिशन का युवा सिपाही हूं लेकिन बाबा साहेब और मान्यवर साहेब के मिशन को इससे ज़्यादा समझता हूं। आज इसकी भाषा में जिस तरह की धमकी है वो हम बहुजन मिशन के करोड़ों सिपाहियों को कतई बर्दाश्त नहीं है।
अपने स्वार्थ में मान्यवर साहेब के मिशन को भूलकर ये चमचा आज देश के करोडों दलित,शोषित,वंचित गरीबों को राजनैतिक ताक़त के साथ सामाजिक और आर्थिक मुक्ति दिलाने वाली हमारी परमपूज्य आदरणीय बहन कु. मायावती जी को ‘गला घोंटना’ की धमकी दे रहा है।’
आकाश आनंद ने आगे लिखा है, ‘मैं @uppolice से साफ़ कहना चाहता हूं की 24 घंटे में इन अपराधियों को गिरफ्तार कर कानून के तहत कड़ी से कड़ी कार्यवाही करें नहीं तो देश का बहुजन युवा चुप बैठने वाला नहीं है, इनको सबक सिखाना मुझे अच्छे से आता है।’
अपने पोस्ट में आशीष आनंद ने वह वीडियो भी शेयर किया है जिसमें उदित राज ने वह विवादित बयान दिया है।
कुछ दिनों पहले लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा, अपने सगे संबंधियों को कैसे मारोगे? तो श्री कृष्ण ने कहा कि कोई सगा संबंधी नहीं है, न्याय के लिए लड़ो और अपने लोगों को ही मार दो।”
उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, आज हमारे श्री कृष्ण ने उसी मोड़ पर कह दिया है कि सबसे पहले जो अपना दुश्मन है उसी को मार दो। जो सामाजिक न्याय का दुश्मन है, जिसका जिक्र मैं ने अपने प्रेस रिलीज लिख दिया है। मायावती ने सामाजिक आंदोलन का जो गला घोंटा हैं, ऐसे में अब उनका गला घोंटने का समय आ गया है।