प्रयागराज 12 फरवरी। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज महाकुंभ मेला 2025 में दुनियाभर से श्रद्धालु आए हैं। इनमें पाकिस्तान से आए कराची के पंचमुखी हनुमान मंदिर और श्मशान के मुख्य पुजारी रामनाथ मिश्रा भी शामिल हैं। वह पाकिस्तान से 400 हिंदुओं और सिखों की अस्थियां हरिद्वार में विसर्जित करने के लिए लाए हैं।
रामनाथ मिश्रा कराची में इकलौते मिश्रा परिवार से हैं। वह अपने परिवार के साथ महाकुंभ क्षेत्र के सेक्टर-24 में ठहरे हैं। उन्होंने अपने 9 साल के बेटे का उपनयन संस्कार स्वामी अधोक्षजानंद के शिविर में करवाया। वह संगम का पवित्र जल दिल्ली ले जाने की योजना बना रहे हैं। 21 फरवरी को निगम बोध घाट पर अस्थियां रखे कलशों की पूजा की जाएगी और 22 फरवरी को सती घाट पर 100 लीटर दूध की धारा में अस्थियों का विसर्जन किया जाएगा।
मिश्रा ने मां कमला देवी, पत्नी, बेटे देवेंद्रनाथ मिश्रा, दो बेटियों और एक भतीजे के साथ स्वामी अक्षोजानंद देवतीर्थ से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि एक समय कराची में पंचमुखी हनुमान मंदिर पर कब्जा कर लिया गया था, काफी प्रयासों के बाद मंदिर को खाली कराया गया। वहां के श्मशान घाट का भी जीर्णोद्धार करवाया गया। जहां अब एक बार में 15 शवों का अंतिम संस्कार किया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि श्मशान घाट पर अस्थियों के लिए घर भी बनाया गया है। जहां करीब 9 साल में 400 अस्थि कलश इकट्ठे किए गए हैं। बता दें कि मिश्रा उनके पूर्वज करीब 1500 साल से पंचमुखी हनुमान मंदिर की सेवा कर रहे हैं। जब मेरा भारत के लिए वीजा स्वीकृत हुआ, तो मैंने आहुति के लिए सभी की अस्थियां इकट्ठा की। भारत में उनके परिवार से वह फिलहाल संपर्क में नहीं है। उन्होंने बताया कि उनके पूर्वजों उनको बताया कि उनका परिवार प्रयागराज के चकिया गांव में था।
नाथ संप्रदाय से जुड़े रामनाथ मिश्रा ने बताया कि वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रशंसक हैं। उन्होंने बताया कि उनका वीजा शुरू में सिर्फ लखनऊ के लिए था। लेकिन दूसरे तीर्थस्थलों पर जाने की इच्छा जताने पर उन्हें प्रयागराज, काशी, मथुरा और अयोध्या जाने की अनुमति मिल गई।
रामनाथ मिश्रा ने भारत सरकार से पाकिस्तानी हिंदुओं के लिए वीजा नियमों में ढील देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “अगर सरकार बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के हिंदुओं को सुरक्षा देने को तैयार है तो इन देशों में रहने वाले हिंदुओं को वीजा देने में क्या दिक्कत है?”