प्रयागराज 29 जनवरी। महाकुंभ में भगदड़ की खबर है। 17 लोग हताहत हुए हैं और कुछ को बेहोशी की हालत में अस्पताल ले जाया जा रहा है। मौके पर मुस्तैद प्रशासन ने तत्काल राहत-बचाव का काम शुरू किया। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। मेले में मची भगदड़ के बाद निरंजनी अखाड़े ने स्नान जुलूस रोक दिया है। कुछ फिलहाल अखाड़े स्नान के लिए नहीं निकले हैं। अखाड़ों ने अमृत स्नान स्थगित कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पीएम मोदी ने हादसे की जानकारी सीएम योगी से ली है।
महाकुंभ में हुई भगदड़ के बाद मुख्यमंत्री योगी ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वह संगम नोज जाने के बजाय निकट के घाट पर स्नान कर लें। सीएम योगी ने कहा है कि स्नान के लिए कई घाट बनाए गए हैं। लोग वहां स्नान कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में प्रशासन के नियमों का ध्यान रखें और किसी प्रकार की अफवाह में न आएं।
बताया जाता है कि प्रयागराज के संगम तट पर अमृत स्नान से पहले देर रात करीब 2 बजे भगदड़ मच गई। इसमें कुछ लोगों के मरने की बात कही जा रही है। एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक भगदड़ मचते ही लोग दौड़ने लगे। हताहतों को 50 से अधिक एंबुलेंस की मदद से सेंट्रल हॉस्पिटल लाया गया है। कई घायलों को मोटरसाइकिल से भी लोगों ने पहुंचाया है। हालात को काबू करने के लिए सेना और एनएसजी ने मोर्चा संभाल लिया है।
मेला के लिए विशेष कार्याधिकारी आकांक्षा राणा ने बताया, ‘संगम नोज पर बैरियर टूटने से भगदड़ जैसी स्थिति बन गई, जिसमें कुछ लोग घायल हुए हैं और उनका अभी इलाज चल रहा है. घायलों को मेला क्षेत्र में स्थापित अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां कई घायलों के रिश्तेदार भी पहुंच गए हैं.’
मौनी अमावस्या पर भारी भीड़ और भगदड़ की घटना के चलते सभी अखाड़ों ने अमृत स्नान न करने का एलान किया है। यह एलान अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र गिरी ने निरंजन छावनी से किया। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने कहा जिस तरह से श्रद्धालुओं की भीड़ है और भगदड़ की घटना सामने आई है उससे अखाड़े ने स्नान न करने का फैसला लिया है। अखाड़े के वहां जाने से स्थिति और भी बिगड़ सकती थी।
वहीं मौनी अमावस्या’ के अवसर पर पवित्र स्नान के लिए श्रद्धालुओं का संगम प्रयागराज में पहुंचना जारी है. भगदड़ के बाद यहां स्थिति बिगड़ गई थी, जो धीरे-धीरे काबू में आने लगी है.
महाकुंभ मेले में भगदड़ जैसी घटना होने के बावजूद श्रद्धालुओं का आना जारी है. मेला प्रशासन के मुताबिक, बुधवार को मौनी अमावस्या के शुभ अवसर पर सुबह आठ बजे तक 2.78 करोड़ लोगों ने गंगा और संगम में आस्था की डुबकी लगाई. 13 जनवरी को शुरू हुए महाकुंभ मेले में अभी तक 19.94 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं. एक अधिकारी ने बताया कि मेला क्षेत्र में भारी संख्या में लोगों का आना जारी है और जिला प्रशासन ने भीड़ नियंत्रण के लिए चंद्रशेखर आजाद पार्क का गेट भी खोल दिया है ताकि लोग सड़क के बजाय पार्क में बैठें.