बीजापुर 07 जनवरी। छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर को एसआईटी ने हैदराबाद में गिरफ्तार कर लिया। सुरेश चंद्राकर पेशे से ठेकेदार है। वह कांग्रेस का सदस्य भी है। आरोपी सुरेश, पत्रकार मुकेश चंद्राकर का चचेरा भाई है। मामले में सुरेश के 3 सगे भाइयों समेत 4 आरोपी पहले ही पकड़े जा चुके हैं।
मुकेश चंद्राकर ने भ्रष्टाचार के एक मामले को उजागर किया था, जिसके बाद सुरेश ने उसकी हत्या कर दी। मामला 3 जनवरी को सामने आया। तब से ही पुलिस को सुरेश चंद्राकर की तलाश थी। वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार मुकेश के लिवर के 4 टुकड़े हो गए थे। 5 पसलियां टूटी थीं, सिर में 15 फ़्रैक्चर था, हार्ट फटा था और गर्दन टूटी मिली थी। डॉक्टरों ने कहा कि 12 वर्ष के करियर में ऐसी हत्या नहीं देखी। पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर के मुताबिक दो या दो से अधिक लोगों ने मुकेश की हत्या की है। मुकेश के शरीर पर इतना तेज वार किया गया है कि शरीर के कई अंग जख्मी हो गए।
सुरेश चंद्राकर पेशे से ठेकेदार है और राजनीति से भी जुड़ा हुआ है। आरोप है कि मुकेश चंद्राकर ने ठेकेदार के भ्रष्टाचार की खबर बनाई थी। इसी बात से नाराज सुरेश ने मुकेश की हत्या करवाई। सुरेश ने बीजापुर में अपने बैडमिंटन कोर्ट परिसर में खाने के बहाने बुलाकर अपने भाई और सुपरवाइजर के हाथों मुकेश की हत्या करवा दी थी।
सुरेश चंद्राकर को पुलिस लगातार ट्रेस कर रही थी। जानकारी मिली कि वह हैदराबाद की तरफ भागा है। हैदराबाद से कुछ ही दूर पहले एक गाड़ी को पुलिस ने रोका, जिसमें सुरेश चंद्राकर की पत्नी और ड्राइवर मौजूद थे। सुरेश इस गाड़ी को छोड़कर भाग चुका था। पत्नी से पूछताछ करते हुए पुलिस को सुराग मिला, जिसके बाद सुरेश को भी पकड़ लिया गया।
हत्याकांड के बाद बनाई गई SIT के अधिकारियों को बदला जा सकता है। इन्वेस्टिगेशन टीम में पहले से ही बीजापुर में पदस्थ कुछ अधिकारियों को शामिल किया गया है। पत्रकारों ने इस पर आपत्ति जताई थी। पुलिस हेडक्वार्टर से अन्य अधिकारियों से मामले की जांच कराने की मांग की गई थी, ताकि निष्पक्ष जांच हो सके। गृह मंत्री विजय शर्मा के मुताबिक, मुख्यमंत्री से चर्चा के बाद इस पर जल्द फैसला लिया जाएगा।
33 वर्षीय मुकेश चंद्राकर फ्रीलांस पत्रकार थे। वह 1 जनवरी को लापता हो गए थे। 3 जनवरी को बीजापुर शहर के छतनपारा बस्ती में सुरेश चंद्राकर की प्रॉपर्टी पर स्थित सेप्टिक टैंक से मुकेश की लाश बरामद की गई थी। हत्या का आरोप सुरेश पर लगा था।
पुलिस के मुताबिक, सुरेश चंद्राकर हैदराबाद में अपने ड्राइवर के घर पर छिपा हुआ था। उसे पकड़ने के लिए पुलिस ने 200 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले और लगभग 300 मोबाइल नंबर्स को ट्रैक किया। सुरेश चंद्राकर से अभी पूछताछ चल रही है।
इसके पहले सुरेश चंद्राकर के चार बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिए गए थे और उसके द्वारा गैर कानूनी तरीके से निर्माण किए गए यार्ड को भी ध्वस्त कर दिया गया था। कांकेर जिले में सुरेश चंद्राकर की पत्नी को भी कस्टडी में लेकर पूछताछ की जा रही है।