नई दिल्ली 07 जनवरी। केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को भारतपोल पोर्टल लॉन्च किया. ‘भारतपोल’ पोर्टल के लॉन्च पर अमित शाह ने कहा, “आज ‘भारतपोल’ के शुभारंभ के लिए हम यहां इकट्ठा हुए हैं. यह हमारे देश की अंतर्राष्ट्रीय जांच को एक नए युग में ले जाने वाली शुरुआत है. ‘भारतपोल’ की संरचना से भारत की हर एजेंसी, हर राज्य की पुलिस अपने आप को इसकी मदद से बहुत सरलता से इंटरपोल के साथ जोड़ पाएगी और जांच को गति दे पाएगी.” इस अवसर पर अमित शाह ने सीबीआई अधिकारियों और कर्मचारियों को पुलिस पदक भी प्रदान किया।
‘भारतपोल’ पोर्टल के लॉन्च पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा कि रेड कॉर्नर और अन्य अलग-अलग तरह के नोटिस जारी करने के लिए हमारी एजेंसियां अपने अनुरोधों को भारतपोल की मदद से अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों तक तेजी से पहुंचा सकेंगी और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां भी भारत तक अपने ऐसे किसी अनुरोध को तेजी के साथ पहुंचा सकेंगी. केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि कनेक्ट, नोटिस, रेफरेंस, ब्रोडकास्ट और रिसोर्सेस, भारत पोल के पांच प्रमुख मॉड्यूल होंगे. इन्हीं मॉड्यूल्स के जरिए देश की सभी लॉ इन्फोर्समेंट एजेंसियां एक ही साथ में एक प्लेटफॉर्म में आ जाएंगी.
आगे कहा, “टेररिज्म वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है.” टेररिजेम का वित्त पोषण कहीं अधिक खतरनाक है, क्योंकि यह फंड टेररिज्म के मींस और मैथड को पोषित करके दुनिया के अर्थतंत्र को कमजोर करता है. उन्होंने आगे कहा कि टेररिज्म, लोकतंत्र, मानवाधिकार, आर्थिक प्रगति तथा विश्व शांति के खिलाफ सबसे बड़ा नासूर है, जिसे हमें जीतने नहीं देना है.
अमित शाह ने आगे कहा कि हम सब जानते हैं कि हम अमृत काल में जी रहे हैं। आज़ादी के 75 साल से आजादी के 100 साल के कालखंड को ना केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमृत काल के रूप में वर्णित किया है, बल्कि अब देश की 140 करोड़ की जनता ने इस काल खंड को अमृत काल के रूप में स्वीकार भी किया है।
भाजपा नेता ने कहा कि देश की 140 करोड़ जनता ने संकल्प लिया है कि 2047 में जब देश को आजादी के 100 साल होंगे, तब भारत हर क्षेत्र में विश्व में पहले स्थान पर होगा और हम हर क्षेत्र में विश्व का नेतृत्व कर रहे होंगे। अगर ये संकल्प हमें सिद्ध करना है तो इसके कई पड़ाव हैं। हमने तय किया है कि 2027 तक भारत को विश्व की तीसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बनाएंगे। वहीं, से पहला कदम शुरू होगा। 2047 तक भारत को पूर्ण विकसित राष्ट्र बनने के लिए हमारे पास 25 साल हैं और एक प्रकार से भारत के लिए स्वर्णिम अवसर होगा।
बता दें कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा विकसित इस ‘भारतपोल पोर्टल’ का उद्देश्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों को साइबर और वित्तीय अपराधों में अंतरराष्ट्रीय पुलिस की सहायता करना है, जो वास्तविक समय में सूचनाओं का आदान-प्रदान करेगा।
दरअसल, भारतपोल पोर्टल इंटरपोल के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय सहायता के लिए सभी अनुरोधों के प्रसंस्करण को सुव्यवस्थित करेगा, जिसमें रेड नोटिस और अन्य रंग-कोडित इंटरपोल नोटिस जारी करना शामिल है।
साइबर अपराध, वित्तीय अपराध, ऑनलाइन कट्टरता, संगठित अपराध, मादक पदार्थों की तस्करी और मानव तस्करी सहित अंतरराष्ट्रीय अपराधों पर लगाम लगाने के लिए भारतपोल पोर्टल काफी कारगर साबित हो सकता है।
भारत में इंटरपोल के लिए सीबीआई देशभर की विभिन्न एजेंसियों के साथ मिलकर आपराधिक मामलों में अंतरराष्ट्रीय सहयोग में मदद करती है। केंद्र और राज्यों के स्तर पर यह समन्वय इंटरपोल लाइजन ऑफिसर्स (आईएलओ) के माध्यम से किया जाता है। वे अपने-अपने संगठनों में पुलिस अधीक्षकों, पुलिस आयुक्तों और शाखा प्रमुखों के स्तर पर यूनिट ऑफिसर्स से जुड़े होते हैं।भारतपोल इंटरपोल के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय सहायता के लिए सभी अनुरोधों पर कार्रवाई सुव्यवस्थित करेगा।