भोपाल 30 दिसंबर। मध्यप्रदेश के भोपाल के पूर्व कांस्टेबल सौरभ शर्मा के खिलाफ इनकम टैक्स, लोकायु्क्त और प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने छापेमारी की है. सौरभ के घर और उसके सहयोगियों के ठिकानों पर छापेमारी में बड़ी मात्रा में कैश, सोना, चांदी और अन्य संपत्ति बरामद हुई है. सौरभ शर्मा के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया गया है.
सौरभ शर्मा ने भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर सहित अन्य शहरों में जमीन का कारोबार फैलाया. लोकायुक्त की जांच में सामने आया कि सौरभ मां उमा शर्मा और पत्नी दिव्या के नाम से भी प्लॉट की खरीद-बिक्री करता था. इस लेन-देन में स्टांप ड्यूटी में हेरा-फेरी की गई. इसके लिए वह गिफ्ट डीड पर लेन-देन करता था.
राजधानी भोपाल, इंदौर और ग्वालियर में बिल्डरों के 52 ठिकानों पर आयकर की छापेमारी के बाद विभाग ने जिम्मेदारों को नोटिस भेजना शुरू कर दिया है। बिल्डरों से प्रॉपर्टी खरीदने और नकद में लेनदेन करने वालों को विभाग ने अपनी जद में लिया है। छापे के दौरान बिल्डर, उनके प्रॉपर्टी पार्टनर, एसोसिएट्स, कर्मचारी आदि के जो नाम सामने आए, उनके अलावा कई रिटायर्ड आइएएस, बिजनेसमैन भी हैं। उन्होंने रातीबड़-नीलबड़, मेंडोरा-मेंडोरी की ओर काफी जमीन खरीदी। बताते हैं, इसमें नकद में ज्यादा प्रॉपर्टी खरीदी गई।
इसमें बिल्डरों ने जमकर राजस्व का नुकसान पहुंचाया। विभाग ने ऐसे जिम्मेदारों की कुंडली बनाई और नोटिस भेजना शुरू कर दिया है। विभाग उनसे पूछताछ कर टैक्स चोरी की जानकारी भी पता करेगा। वहीं, मेंडोरी के जंगल में 19 दिसंबर को जिसकी कार से 52 किलो सोना और 11 करोड़ नकद मिले, उस चेतन सिंह गौड़ के शनिवार को लिए बयान भी विभाग को दिए हैं। बता दें, भोपाल में बिल्डरों के 49 तो इंदौर में एक और ग्वालियर में दो ठिकानों पर आयकर ने 19 दिसंबर को दबिश दी थी। इसमें 10 करोड़ रुपए नकद और 24 से अधिक बैंक लॉकर, जेवरात, प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिले थे। हर दिन जांच के बाद एजेंसियों के हाथ नए तथ्य लग रहे हैं।
परिवहन विभाग के मालदार पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा और उसके रिश्तेदार, परिचितों के ठिकानों की जांच में नया खुलासा हुआ है। १९ दिसंबर को सुबह एक ओर सौरभ के अरेरा कॉलोनी स्थित घर और दफ्तर में लोकायुक्त दबिश दे रही थी, उसी समय राजदार काली कमाई को ठिकाने लगाने की साजिश रच रहे थे। चेतन गौड़ की कार में 52 किलो सोना और 11 करोड़ नकदी रखकर मेंडोरी के जंगल में पहुंचा दी गई। मेंडोरी में जिस प्लॉट पर कार खड़ी की, वह भी सौरभ के रिश्तेदार का था।
सौरभ शर्मा के घर ओर ठिकानों से मिले दस्तावेजों की जांच में रोजाना नए-नए खुलासे हो रहे हैं. सौरभ की मां उमा को पिछले साल दो दिन में दो प्लॉट गिफ्ट में मिले. पहला, 26 जुलाई 2023 को ग्वालियर विनय नगर में 1400 वर्गफीट फीट का प्लाट दान में मिला. दूसरा, 27 जुलाई 2023 को ग्वालियर में ही 0.387 एकड़ भूमि दान में मिली. दोनों जमीनों की कीमत करीब 50 लाख रुपए है.
ये बात भी सामने आई है कि सौरभ की पत्नी दिव्या के नाम से भी कई जमीन है. भोपाल में बावडिय़ा कलां समेत कई प्राइम लोकेशन पर दिव्या के नाम की रजिस्ट्री है. दिव्या तिवारी ने भोपाल के मुगालिया कोट में किसान काशीराम से 2.6150 हेटेयर में से 1.012 हेटेयर जमीन खरीदना बताई है. इसमें 0.506 हेक्टेयर जमीन दिव्या ने 11 जुलाई 2023 को बहन रेखा तिवारी के नाम दान करना भी बताया है.
दिव्या के नाम भैरोंपुर (भोपाल) में भी जमीन होना पता चला है. सौरभ की मां उमा खेमरिया को ग्वालियर के नया बाजार और एमपी नगर में जमीन दान मिलने की जानकारी ईडी के सामने आई है. यह जमीनें उमा खेमरिया को उनके रिश्तेदारों द्वारा दान की गई बताई गई हैं.
इंदौर में तीन घर
इंद्रा सागर डेम का टेंडर दिव्या और सौरभ के सहयोगी चेतन के नाम पर रहा. इंदौर में तीन घर हैं. ग्वालियर में 18 एकड़ जमीन दिव्या और चेतन के नाम पर है. सूखी सेवनिया भोपाल में उमा और चेतन के नाम पर वेयर हाउस और कोलार में एक बड़ा स्कूल के होने की जानकारी सामने आई है.
भोपाल के मयूर विहार, अरेरा कॉलोनी, 11 नंबर बस स्टॉप औक प्रधान मंडपम में चार बंगलों का कनेक्शन भी सौरभ शर्मा से बताया जा रहा है. अरेरा कॉलोनी का आवास 4.60 करोड़ रुपए का बताया गया है. पहले अरेरा कॉलोनी के आवास को केके गोगिया के नाम पर खरीदा गया. गोगिया कौन है जांच जारी है.
भोपाल में निर्माणाधीन स्कूल
होशंगाबाद रोड और औबेदुल्लागंज रोड पर तीन पेट्रोल पंप खरीदने की भी जानकारी मिली है. भोपाल में निर्माणाधीन स्कूल पर मोटी रकम खर्च की गई है. फिलहाल स्कूल का निर्माण कार्य जारी है.इंदौर के विजयनगर के पास होटल है. रेंज रोवर, मर्सिडीज गाड़ियों का पता लगा है जो कि अन्य व्यक्तियों के नाम पर खरीदी गई हैं.