Date: 22/12/2024, Time:

पैरासिटामोल के सेवन से गुर्दे रोग का खतरा 19 फीसदी ज्यादा

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नई दिल्ली 16 दिसंबर। पैरासिटामोल को लेकर चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। एक हालिया शोध में बताया गया है कि लंबे समय तक इसका इस्तेमाल करने से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इस दवा का सेवन करने से 65 साल और उससे अधिक उम्र के वयस्कों में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल, हृदय विफलता (हार्ट फेल), उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन), पेप्टिक अल्सर और गुर्दे से संबंधित जटिल बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।

बता दें, इस दवा को आमतौर पर दर्द और बुखार के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन लंबे समय तक इसको लेना खतरनाक हो सकता है। यह दावा ब्रिटेन के नॉटिंघम यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए एक नई स्टडी में किया गया है.

स्टडी के अनुसार, 65 वर्ष या उससे अधिक आयु के लोगों में इस दवा के सेवन से आंत, हार्ट और गुर्दे से संबंधित बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है. साथ ही इसके लंबे समय तक उपयोग से डाइजेशन सिस्टम में अल्सर और ब्लीडिंग की समस्याएं पैदा हो सकती है.

शोधकर्ताओं ने अपनी स्टडी में 1,80,483 वृद्ध व्यक्तियों के स्वास्थ्य रिकॉर्ड का विश्लेषण किया, जिन्हें बार-बार पेरासिटामोल दी गई थी. इसके बाद, इन रिपोर्टों की तुलना 4,02,478 अन्य वृद्ध व्यक्तियों से की गई, जिन्हें कभी पेरासिटामोल नहीं दी गई थी. इस विश्लेषण के परिणामों ने पेरासिटामोल के सेवन से जुड़ी कुछ गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का खुलासा किया.

एक्सपर्ट ने पाया कि पेरासिटामोल के सेवन से पाचन संबंधी गंभीर समस्याएं बढ़ सकती हैं, जिनमें पेप्टिक अल्सर की संभावना 24 से 36 प्रतिशत तक बढ़ जाती है. इसके अलावा, गुर्दे के रोग का खतरा 19 प्रतिशत और दिल का दौरा पड़ने का खतरा 9 प्रतिशत बढ़ सकता है. जबकि हाई बीपी का खतरा भी 7 प्रतिशत तक बढ़ सकता है.

क्या पेरासिटामोल सेफ नहीं?
पेरासिटामोल को आमतौर पर हल्के बुखार, दर्द या अस्थियों से जुड़ी बीमारियों के इलाज के लिए प्रभावी और सुरक्षित माना जाता है. लेकिन स्टडी के परिणामों ने पेरासिटामोल के लंबे समय तक यूज पर सवाल खड़े कर दिए हैं.

नॉटिंघम यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ मेडिसिन के प्रमुख अनुसंधानकर्ता, वेया झांग ने कहा कि पेरासिटामोल को कथित तौर पर सुरक्षित माना जाता है और इसे कई उपचार दिशानिर्देशों में प्राथमिक दवा के रूप में अनुशंसित किया गया है. विशेष रूप से वृद्ध लोगों में, जिनमें दवाओं से पैदा होने वाली जटिलताओं का जोखिम सबसे ज्यादा होता है, यह दवा एक सामान्य विकल्प मानी जाती है. लेकिन हमारे अध्ययन ने यह दिखा दिया है कि लंबे समय तक इसका उपयोग इन लोगों में गंभीर दुष्प्रभाव पैदा कर सकता है.

डॉक्टरों की सलाह
डॉक्टरों ने सलाह दी है कि पैरासिटामोल का उपयोग केवल डॉक्टर की सिफारिश पर और आवश्यकता पड़ने पर ही करें। इसके लंबे समय तक इस्तेमाल किए जाने से बचना चाहिए, खासकर यदि आपको पहले से कोई हृदय या किडनी से जुड़ी समस्या है।

पैरासिटामोल की जगह अन्य विकल्पों पर करें विचार
डॉक्टरों ने सुझाव दिया है कि दर्द और बुखार के इलाज के लिए अन्य उपचार विकल्पों पर विचार किया जा सकता है। जीवनशैली में बदलाव और प्राकृतिक उपचार जैसे हल्की एक्सरसाइज और संतुलित आहार को प्राथमिकता देना भी फायदेमंद हो सकता है।

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