लखनऊ, 10 दिसंबर। यूपी के डीजीपी ने अपराधियों की धरपकड़ और गश्त व्यवस्था को पहले से ज्यादा मजबूत करने के लिए नाकाबंदी योजना लागू करने के निर्देश दिए है। इसके तहत हर प्रमुख स्थानों व सीमाओं पर नाकाबंदी कर समय समय पर चेकिंग की जाएगी। अगर कहीं कोई घटना हो जाती है तो अपराधियों के पकड़ने के लिए इस योजना के तहत त्रिस्तरीय चेकिंग की जाएगी। सीमा पर निकास व प्रवेश मार्गों के साथ बैरियर प्वाइन्ट सीसी कैमरे की निगरानी में रहेंगे। डीजीपी प्रशांत कुमार ने इस सम्बन्ध में सभी आईजी, डीआईजी, पुलिस कमिश्नर व कप्तानों को नाकाबंदी योजना बनाकर देने को कहा है।
डीजीपी ने निर्देश दिए हैं कि सभी चिन्हित बिन्दुओं, हॉट स्पाटस पर सूचना मिलते ही चेकिंग शुरू कराने के लिए सभी जरूरी संसाधन जुटा लिए जाए। बैरियर, बूथ को सही कर लिया जाए। ये सभी स्थान आपरेशन त्रिनेत्र व्यवस्था के तहत सीसी कैमरों की जद में कर लिए जाए। सभी पुलिस अधिकारी अपने अधीन थाना प्रभारी, चौकी इंचार्ज को इस बारे में ब्रीफ कर दे। साथ ही यूपी-112 के वाहनों व कर्मचारियों को भी इस योजना में शामिल कर लिया जाए।
डीजीपी ने मातहतों को निर्देश दिया है कि सूनसान रहने वाले स्थान व मार्ग को भी चिन्हित कर लिया जाए। यहां भी सुरक्षा बढ़ा दी जाए। साथ ही यह भी देख लिया जाए कि शहर में कौन-कौन से नए मार्ग बन गए हैं जहां आवागमन ज्यादा रहता है। इन्हें भी चिन्हित कर नाकाबंदी योजना में शामिल कर लिया जाए। इस योजना को शुरू करने से पहले शहर की यातायात व्यवस्था की भी समीक्षा कर ली जाये। यह ध्यान रखा जाये कि नाकाबंदी की कार्रवाई पर कहीं भी यातायात व्यवस्था बाधित न हो।
यूपी डीजीपी ने चेकिंग के दौरान सुरक्षा उपकरणों से लैस रहने की बात कही है। उनके पास बॉडीवार्न कैमरे, डंडा, सर्विस रिवाल्वर-पिस्टल जरूर रहें। पुलिसकर्मियों को इसमें पारंगत करने के लिए मॉक ड्रिल करा ली जाए। नाकाबंदी को लागू किए जाने को लेकर डीजीपी ने पड़ोसी जिलों से समन्वय रखने और पुलिसकर्मियों को मॉक ड्रिल कराने का निर्देश दिया है। किसी प्रकार की अफवाहों पर रोक लगाने के लिए नाकाबंदी योजना के बारे में कंट्रोल रूम, सोशल मीडिया सेल और एलआईयू को ब्रीफ करने का निर्देश दिया गया है।