शादी समारोह जन्मदिन ये ऐसे शब्द है जो सुनने सोचने तथा कहने पर ही खुशियां महसूस कराते हैं और चेहरे पर ओज और जोश दिखाई देने लगता है। यह हर आदमी के जीवन के अहम हिस्से हैं। गरीब हो या अमीर तथा उद्योगपति सब अपने सामर्थय के अनुसार इनमें व्यवस्था भी करते हैं और खुशियां भी मनाते हैं।
लेकिन पिछले कुछ सालों से जैसे जैसे मल्टी स्टार कंपनियों द्वारा अपने शोरूम खोले जाने लगे और किराए की जगह का भुगतान लाखों किया जाता है वो इतना मिलने लगा है कि किसी के पास घर या दुकान है तो वो उसमें शोरूम बनाकर किराए पर दे तो 50 हजार से लेकर दस लाख तक किराया मिलने लगता है। कुछ इसकी आमदनी और कुछ इसकी जमीनों से बढ़ी कीमतों से बिल्डरों व जमीन मालिकों के पास अथाह संपत्ति एकत्र हुई और इसमें लगे दलालो का बैंक बैलेंस बढ़ना शुरू हुआ तो समाज में शादियों का रंग ही बदल गया। अब लोग तीन करोड़ की गाड़िया इतनी नगद रकम शादी में देने लेने के साथ लाखों रूपये में गायको व फिल्म स्टारों को बुलाने लगे हैं तथा मंडपों की सजावट पर लाखों करोड़ों खर्च करते है। कुछ लोग हजारो किमी दूर जाकर शादी करते हैं। इससे सामाजिक व्यवस्था चरमराने लगी है। जिसके पास नहीं है वो अपना घर बेचकर शान शौकत दिखाने की कोशिश करता है तो सरकारी नौकर भी पैसा वसूलने और अपना रूतबा दिखाने का प्रयास करते हैं। जिससे रिश्वतखोरी व अपराधों में बढ़ोत्तरी हो रही है।
कुछ वर्ष पहले सुना था कि सरकार ने शादी में खर्च करने की सीमा तय की गई है और सरकारी नौकरों के लिए यह अनिवार्य थी। अब वो भी करोड़ों खर्च कर शांदियां कर रहे है। आज एक खबर पढ़ी कि शादी समारोह में रईसी दिखाने के चक्कर में पानी की तरह पैसा बहाने वालों से पाई – पाई का हिसाब मांगा जाएगा। कुछ को नोटिस भेजने की तैयारी है। आयकर विभाग ने शहर में हो रहे विवाह कार्यक्रमों में नकद लेन-देन के लिए विभागीय स्तर पर कमेटी गठित की है। बाइपास स्थित कई रिजॉर्ट में इस सीजन में हुए चार विवाह समारोह को विभाग ने चिह्नित किया है । इन कार्यक्रमों में राष्ट्रीय सिंगर सहित बॉलीवुड के स्टार, स्पोर्ट्स स्टॉर और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता भी शामिल हुए। इतना ही नहीं कॉकटेल पार्टी में भी देश के नामचीन पंजाबी सिंगरों ने प्रस्तुति दी। विवाह कार्यक्रम में करोड़ों रुपये विभिन्न परंपराओं के लिए खर्च किए गए। इनकम टैक्स विभाग ने दिल्ली और वेस्ट यूपी के अपने अधिकारियों को आदेश जारी कर इस सीजन में हुए बड़े विवाह कार्यक्रमों के रिकॉर्ड खंगालने के लिए कहा गया है। विभागीय स्तर पर जांच शुरू कर दी गई है । शहर में बाइपास स्थित कई रिजॉर्ट में हुए विवाह कार्यक्रमों की आईटी डिपार्टमेंट ने जानकारी जुटाई है। इन विवाह आयोजनों में कई उद्योगपति, बिल्डरों के साथ राजनेताओं के नाम भी सामने आए हैं । कई बॉलीवुड स्टार, पंजाबी सिंगर कार्यक्रम में शामिल हुए, जिनका एक बार का खर्च एक करोड़ तक का है। विभागीय स्तर पर गोपनीय ढंग से जांच की जा रही है। मेरा मानना है कि सरकार का कोई ऐसा नियम है तो ठीक है वरना इस बारे में नियम बनाए जाने चाहिए और दिखावा करने वाला कोई भी हो उसके खिलाफ कार्रवाई हो। शादी समारोह की भव्यता और सीमा सत्ताधारी दल का बताने वाले कुछ नेताओं जो पूर्व में कई लोगों का रूपया मार चुके हैं सरकारी जमीन बेचने के प्रयास में लगे हैं का भी योगदान है।
(प्रस्तुतिः संपादक रवि कुमार बिश्नोई दैनिक केसर खुशबू टाइम्स मेरठ)
भूमाफिया सरकारी जमीन बेचने अवैध निर्माण व कच्ची कॉलोनियां काटने वाले बढ़ा रहे हैं शादियों में खर्च
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