बुलंदशहर 06 दिसंबर। जिले में खुर्जा के गांव अमीरपुर अगौरा में मिलावटी दूध-पनीर बनाने वाली फैक्ट्री के भंडाफोड़ के कुछ देर बाद ही जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की. गुरुवार शाम शहर के स्याना अड्डे के पास मिलावटी दूध-पनीर बनाने के लिए पांच गोदाम में रखे गए करीब 20 लाख के केमिकल को बरामद किया गया है. खाद्य सुरक्षा विभाग की छानबीन में सामने आया कि मिलावटी दूध-पनीर बनाने के लिए यहीं से पूरे जिले में केमिकल की आपूर्ति की जा रही थी. पुलिस ने गोदाम संचालक अजय अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया है. पता चला है कि करीब 10 साल पहले भी वह इसी अपराध में जेल जा चुका है. यह भी कि मिलावट का यह गोरखधंधा पूरे NCR में फैला था. अब पड़ताल की जा रही है कि इन गोदामों से मिलावट के सामान की सप्लाई किसको-किसको होती थी. इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट के असिस्टेंट कमिश्नर विनीत कुमार की टीम द्वारा बुधवार रात खुर्जा के गांव से 25 किलो नकली पनीर, 250 किलो स्किम्ड दूध पाउडर, 300 लीटर रिफाइंड, पामोलिन तेल और सफेद तरल रसायन का पेस्ट जब्त किया गया था। उस दौरान मौके पर मौजूद नफीश अहमद से मामले की पूछताछ किए जाने पर केमिकल के गोदाम के बारे में सूचना मिली। नफीश अहमद ने बताया कि यहां से हर दिन करीब 3 क्विंटल पनीर तैयार करके दिल्ली व आसपास के शहरों में भेजा जाता है। नफीश अहमद ने केमिकल से भरे गोदाम के बारे में भी पुलिस और फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट के अधिकारियों को जानकारी दी।
नफीश अहमद से प्राप्त इनपुट के आधार पर गुरुवार को गोदाम की जांच की गई फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट द्वारा जिन 5 गोदामों को सील किया गया है, वहां करीब 20 लाख रुपये का केमिकल भरा हुआ था। पुलिस ने संचालक को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो आरोपी ने स्वीकार किया कि पूरे जिले के दूध व्यापारी, दूधिया उससे रसायन खरीदा करते थे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, प्राप्त केमिकल के माध्यम से करीब तीन लाख लीटर सिंथेटिक दूध तैयार किया जा सकता है। इसके साथ ही मामले की जानकारी मिलते ही जीएसटी विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची और गोदाम का सर्वे किया गया है। बताया जा रहा है कि इस केमिकल की सप्लाई से संबंधित जीएसटी डॉक्यूमेंट उपलब्ध नहीं था। नकली दूध और पनीर बनाने वाले केमिकल की गोदाम से बरामद होने पर गोदाम के मालिक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। आरोपी करीब 10 साल पहले नकली दूध और पनीर बनाने के मामले में जेल गए थे. जरूरत पड़ी तो गैंगस्टर और एनएसए के तहत भी कार्रवाई होगी.