वाशिंगटन 25 नवंबर। टेस्ला के CEO और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के मालिक एलन मस्क ने भारतीय चुनाव आयोग की तारीफ की है. उन्होंने भारतीय चुनावों की प्रक्रिया और खासतौर पर वोटों की गिनती के आंकड़े को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. मस्क ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करते हुए बताया कि भारत ने 1 दिन में 640 मिलियन वोटों की गिनती पूरी कर दी जबकि अमेरिका में कैलिफोर्निया में वोटों की गिनती अभी भी जारी है.
एलन मस्क ने कहा कि भारतीय चुनाव आयोग ने जिस तरीके से इतनी बड़ी संख्या में वोटों की गिनती की वो वाकई में सराहनीय है. उन्होंने भारतीय चुनाव आयोग और ईवीएम की कार्यप्रणाली की सराहना करते हुए इसे एक उदाहरण बताया. हालांकि मस्क इससे पहले ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल भी उठा चुके हैं, लेकिन इस बार उन्होंने इसकी की तारीफ की. मस्क ने अपने पोस्ट में यह भी लिखा कि भारत के चुनाव आयोग के द्वारा इतने बड़े पैमाने पर चुनाव प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाना दुनिया के लिए एक उदाहरण बन गया है.
मस्क के इस पोस्ट से भारतीय चुनाव प्रणाली की तुलना अमेरिकी चुनावों से की गई. उन्होंने कैलिफोर्निया के चुनावों का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां वोटों की गिनती अभी भी चल रही है, जबकि भारत में एक ही दिन में 640 मिलियन वोटों की गिनती हो चुकी है. यह भारत की चुनाव प्रणाली के सटीक और प्रभावी संचालन का ही उदाहरण है.
एलन मस्क का यह बयान भारत के चुनाव आयोग की कुशलता की तारीफ करने के साथ-साथ वैश्विक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है. मस्क जैसे प्रभावशाली व्यक्ति का भारतीय चुनाव प्रक्रिया पर सकारात्मक टिप्पणी देना भारत की चुनावी व्यवस्था को अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक मजबूत रूप में स्थापित करता है.
बताते चले कि भारत में वर्ष 2024 के लोकसभा चुनावों में करीब 10.5 लाख मतदान केंद्र (1.05 मिलियन) बनाए गए. इसमें 90 करोड़ मतदाताओं (900 मिलियन) ने वोट डाले. 2024 के लोकसभा चुनावों में पूरे भारत में करीब 20 लाख इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) का इस्तेमाल किया गया. इसमें ईवीएम और वोटर वेरिफ़िएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) दोनों मशीनें शामिल थीं. एक ईवीएम अधिकतम 2,000 वोट रिकॉर्ड कर सकती है. उन्हें लगभग 90 करोड़ मतदाताओं के विशाल निर्वाचन क्षेत्र के लिए लगाया गया. दुनिया में एक दिन में एक साथ इतने अधिक वोटों की गिनती कहीं नहीं होती.
बता दें कि लोकसभा चुनावों के बाद देश में 543 से ज्यादा मतगणना केंद्र थे, जिन्होंने 4 जून को ही तकरीबन सारे 543 सीटों के परिणाम घोषित कर दिये. हर संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में एक या एक से अधिक काउंटिंग सेंटर्स की व्यवस्था की गई.