धीरे धीरे लोकप्रियता की शिखर की ओर बढ़ रहे पंजाबी गायक और अभिनेता दोसांझ द्वारा शराब पर गाने को लेकर जो जवाब दिया गया वो बिल्कुल मेरी निगाह में सही है और आम आदमी को भी अपने और समाजहित में सरकार के सामने अपनी बात रखनी चाहिए।
बताते चलें कि बीते रविवार को दोसांझ ने अहमदाबाद में अपने म्यूजिकल टूर दिल-लुमिनाटी के शो में कहा कि सरकार शराब बनाना बंद करे। मैं उस पर गाने बनाना छोड़ दूंगा। स्मरण रहे कि तेलंगाना सरकार द्वारा उनके शो में कुछ बातों को लेकर बदलाव करने के लिए गायक को नोटिस भेजा गया जिसमें कहा गया कि वो शराब पर गाने बनाना बंद करें और स्टेज पर बच्चों को ना बुलाएं।
गायक ने जो जवाब दिया वो तो बिल्कुल सही है। तेलंगाना के जिस विभाग ने यह नोटिस दिया या तो उसे अपने बच्चों की मानसिक स्थिति का ज्ञान नहीं है या उसे संगीत के बारे में कुछ भी नहीं पता। संगीत हमेशा से लोगों में उत्साह और उमंग का संचार करने में सक्षम रहा है और कई का तो कहना है कि संगीत कोमा में गए व्यक्ति में जान डाल देता है और स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। इसलिए बच्चों को स्टेज पर ना बुलाया जाए सरकार का कथन ही गलत है। शराब पर उनके गानों को लेकर दिए गए नोटिस पर इस गायक का यह कथन बिल्कुल ठीक है कि फिल्मों में दर्जनों गाने शराब शबाब पर गाए गए तथा ड्रग्स का प्रचलन भी खूब दिखाया गया। उन्हें नोटिस ना देकर तेलंगाना सरकार ने जो दोसांझ को नोटिस दिया उससे समाज के एक वर्ग को ठेस पहुंची है जिसमें मैं भी शामिल हूं। इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि कुछ लोग इसे जाति से जोड़कर भी देख सकते हैं और इसे सिखों के साथ दोहरी नीति भी कह सकते हैं। दोसांझ ने बड़े सटीक शब्दों में नोटिस का जो जवाब दिया उसके लिए उन्हें बधाई और सरकार किसी भी को उसके लोगों से यह आग्रह है कि इस प्रकार की कार्रवाई से वो बचें क्योंकि इससे उनकी छवि संगीत विरोधी होने से इनकार नहीं किया जा सकता दूसरे संगीत प्रेमी और सिख समाज को भी भावनात्मक ठेस पहुंच सकती है। ऐसा वर्तमान समय में नहीं होना चाहिए क्योंकि पीएम मोदी सभी जाति समाज के हर वर्ग को साथ लेकर चलने का प्रयास कर रहे हैं। खिलाड़ी और कलाकारों गीत संगीत से जुड़े लोगों को प्रोतसाहन दे रहे हैं। ऐसे में तेलंगाना सरकार की यह कार्रवाई उचित नहीं कही जा सकती। ह
इससे संबध्ंा खबर के अनुसार पॉपुलर पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ अपने म्यूजिकल टूर दिल-लुमिनाटी के चलते चर्चा में बने हुए हैं। हाल ही में दिलजीत ने हैदराबाद में परफॉर्म किया था, हालांकि उससे पहले ही उन्हें तेलंगाना सरकार का नोटिस मिला कि वो मंच पर शराब-दारू जैसे शब्दों का इस्तेमाल न करें। अब दिलजीत ने अपने हालिया शो में नोटिस मिलने पर बात करते हुए सरकार को चुनौती दी है कि अगर हर स्टेट में शराब बैन कर दी जाए तो वो कभी शराब पर बने गाने नहीं गाएंगे। साथ ही उन्होंने बॉलीवुड पर भी निशाना साधा है।
दिलजीत ने हाल ही में गुजरात शो का एक वीडियो शेयर किया है। इसमें वो मंच पर कहते नजर आए हैं, एक खुशखबरी है, आज मुझे कोई नोटिस नहीं मिला है। इससे बड़ी खुशखबरी एक और है। बात यहां पर रुकती नहीं है। आज भी मैं कोई गाना शराब पर नहीं गाऊंगा। पूछिए क्यों, क्योंकि गुजरात ड्राई स्टेट है।
मैंने डिवोशनल गाने दर्जनों से ज्यादा गाए हैं। पिछले 10 दिनों में मैंने 2 गाने डिवोशनल निकाले हैं। एक शिव बाबा पर और एक गुरु नानक बाबा पर, लेकिन उसकी बात कोई नहीं कर रहा। हर बंदा टीवी पर बैठकर पटियाला पैग की बात कर रहा है। एक एंकर साहब टीवी पर बोल रहे थे कि कोई अभिनेता अलग से बोले तो आप उसे बदनाम कर दोगे, लेकिन सिंगर को आप मशहूर कर रहे हो। मैं अलग से किसी को कॉल करके नहीं बोल रहा कि आपने पटियाला पैग लगाया कि नहीं लगाया। मैं भी गाना गा रहा हूं।
बॉलीवुड में हजारों गाने शराब पर बने हैं- दिलजीत आगे सिंगर ने कहा है, बॉलीवुड में दर्जनों, हजारों गाने शराब पर बने हैं। मेरा एक गाना है, ज्यादा से ज्यादा 2-4 गाने होंगे। मैं वो भी नहीं गाऊंगा, आज भी मैं वो गाने नहीं गाऊंगा। मेरे लिए ये बहुत आसान है क्योंकि मैं खुद भी शराब नहीं पीता हूं, लेकिन बॉलीवुड के जो एक्टर हैं शराब की एडवर्टाइजमेंट करते हैं, दिलजीत दोसांझ नहीं करता। आप मुझे छेड़ो मत, जहां जाता हूं चुप करके अपना प्रोग्राम करता हूं, चला जाता हूं, आप क्यों छेड़ रहे हो मुझे।
आगे दिलजीत ने कहा है, चलो अच्छा ऐसा करते हैं, एक मूवमेंट शुरू करते हैं। जब इतने लोग इकट्ठे हो जाएं तो मूवमेंट शुरू हो सकती है। अच्छी बात है, जिन्होंने ये बात उठाई है। जितनी भी स्टेट हैं हमारे यहां, अगर वो अपने आप को ड्राई स्टेट घोषित कर देती हैं, अगले ही दिन दिलजीत दोसांझ शराब पर कोई गाना नहीं गाएगा। मैं प्रण करता हूं। हो सकता है ये? बहुत बड़ा रेवेन्यू है ये। कोरोना में सब बंद हो गया था, ठेके बंद नहीं हुए थे जनाब। क्या बात कर रहे हो। आप यूथ को फुद्दू नहीं बना सकते। दिलजीत ने सरकार को दिया ऑफर आगे सिंगर ने ये भी कहा, एक और ऑफर दूं। जहां-जहां मेरे शो हैं, आप एक दिन के लिए शराब बैन कर दो, मैं शराब पर बने गाने नहीं गाऊंगा। ये मेरे लिए बहुत आसान है। मैं कोई नया कलाकार थोड़ी हूं कि आप बोलोगे, ये गाना नहीं गा सकता, वो गाना नहीं गा सकता और मैं कहूंगा अरे अब मैं क्या करूं। मैं गाना बदल दूंगा और उतना ही मजा आएगा। अगर गुजरात में शराब बैन है तो मैं सरकार का फैन हूं। मैं तो चाहता हूं कि अमृतसर मैं भी शराब बैन हो जाए। मैं शराब पर गाने बंद कर दूंगा आप देश के ठेके बंद कर दो।
मेरा तो मानना है कि गायक दिलजीत दोसांझ ने आम नागरिकों को अपने कथन से एक नया रास्ता दिखाया है। क्योंकि आए दिन कहीं पटाखों को लेकर तो कहीं सिंगल यूज प्लास्टिक को लेकर जो जुर्माना वसूली हो रही है उनसे पीड़ित उनका विरोध यह कहकर कर सकते हैं कि अगर यह गलत है तो सरकार इनका उत्पादन क्यों बंद नहीं कराती और अपनी बात रखने के लिए अदालत का द्वार खटखटाया जा सकता है।
(प्रस्तुतिः संपादक रवि कुमार बिश्नोई दैनिक केसर खुशबू टाइम्स मेरठ)
गायक दिलजीत दोसांझ का कथन है सही, शराब उत्पादन पर लगाओ पाबंदी, अन्य भी पीड़ित अपनी बात इसी प्रकार मुखर कर सकते हैं
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