कानपुर 03 फरवरी। कानपुर के हनुमंत विहार थाना इलाके में सरकारी नौकरी मिलने पर प्रेमी ने प्रेमिका से शादी करने से इनकार कर दिया। इससे आहत प्रेमिका ने फंदे से लटककर जान दे दी। मृतका जिला पंचायत सदस्य की भतीजी थी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर तहरीर के आधार पर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
मूलरूप से कानपुर देहात के शिवली बढ़ईपुरवा निवासी राजमिस्त्री अरविंद पाल अपनी पत्नी राजन देवी, बेटी संध्या और बेटे संदीप के साथ हनुमंत विहार थाना इलाके के संजयगांधी नगर में किराये के मकान में रहते हैं। उनके भाई ज्ञान सिंह पाल रूरा कानपुर देहात से जिला पंचायत सदस्य हैं।
पिता ने बताया कि बेटी संध्या (21) प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी। संध्या का तीन वर्षों से फतेहपुर के जहानाबाद बेहटा गांव निवासी एक युवक से प्रेस संबंध थे, जो उनके पड़ोसी का साला है। एक साल पहले युवक की एनटीपीसी (नेशनल थर्मल पॉवर कारपोरेशन) में नौकरी लग गई।
परिजनों का आरोप है कि 21 जनवरी को पड़ोसी घर आए। संध्या की युवक से शादी के लिए तैयार तो हो गए, लेकिन 35 लाख रुपये दहेज मांगा। दहेज देने में असमर्थता जताई तो संध्या से युवक को भूल जाने की बात कहते हुए हैसियत का हवाला देकर बेइज्जत किया।
इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसकी अमर उजाला पुष्टि नहीं करता है। परिजनों के अनुसार, इसके बाद से संध्या अवसाद में थी। गुरुवार शाम अरविंद कुछ काम से प्रयागराज गए। मां व भाई भी काम पर गए। इस बीच संध्या ने फंदे से लटक कर जान दे दी। सूचना पर पहुंची पुलिस और फॉरेंसिक ने शव को फंदे से उतरवाकर साक्ष्य जुटाए। थाना प्रभारी उदय प्रताप सिंह ने बताया कि जांचकर एफआईआर दर्ज की जाएगी। शव के पोस्टमार्टम में हैंगिंग से मौत की पुष्टि हुई।
शादी का झांसा देकर कर रहा था शारीरिक शोषणभाई संदीप का आरोप है कि विवेक शादी का झांसा देकर तीन साल से बहन का शारीरिक शोषण कर रहा था। जब शादी करने की बारी आई तो मुकर गया। संध्या स्नातक की पढ़ाई कर रही थी। विवेक प्राइवेट नौकरी करता है और मां घरों में काम करती है।
भाई ने बताया कि उसके चाचा ज्ञान सिंह जिला पंचायत सदस्य हैं। दूसरे चाचा अखिलेश डॉक्टर हैं। युवक का अक्सर अपने बहनोई के घर आनाजाना था। उसी दौरान उसके और संध्या के बीच प्रेम संबंध हुए थे।