नई दिल्ली 14 नवंबर। स्कैम कॉल से परेशान हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है। गूगल अब आपको स्पैम कॉल से आजादी दिलाएगा। गूगल ने बुधवार को एंड्रॉयड डिवाइस के लिए दो नए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सिक्योरिटी टूल्स लॉन्च किए हैं। इन टूल्स का उद्देश्य उपयोगकर्ताओं को फोन कॉल-आधारित धोखाधड़ी और खतरनाक एप्स से वास्तविक समय में सुरक्षा प्रदान करना है।
पहला टूल “Phone by Google” में Scam Detection है, जो कॉल के बातचीत पैटर्न की निगरानी करता है ताकि यह निर्धारित किया जा सके कि कोई इनकमिंग कॉल संभावित धोखा हो सकता है या नहीं।
दूसरा टूल “Google Play Protect” के तहत रियल-टाइम अलर्ट हैं, जो इंस्टॉल किए गए एप्स की बैकग्राउंड गतिविधियों की निगरानी करता है ताकि हानिकारक एप्स की पहचान की जा सके।
गूगल ने अपने सेफ्टी ब्लॉग में इन दोनों नए सिक्योरिटी टूल्स के बारे में विस्तार से बताया है। ये दोनों फीचर्स पहले Google Pixel 6 और उससे नए मॉडल्स पर जारी किए जा रहे हैं। Scam Detection सुविधा शुरू में केवल उन उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध होगी जिन्होंने गूगल बीटा प्रोग्राम के लिए साइन अप किया है और यह सुविधा केवल अंग्रेजी भाषा के फोन कॉल्स पर कार्य करेगी। वहीं Google Play Protect के लाइव अलर्ट यूएस के बाहर के उपयोगकर्ताओं के लिए भी उपलब्ध होंगे।
Scam Detection सुविधा अन्य कॉलर आईडी एप्स और सेवाओं से अलग है, जो केवल फोन नंबरों और कॉलिंग पैटर्न का उपयोग करके कॉल की पहचान करते हैं। इसके बजाय गूगल ने अपने ऑन-डिवाइस मशीन लर्निंग मॉडल्स का उपयोग करके कॉल के बातचीत पैटर्न को रीयल-टाइम में प्रोसेस करने की क्षमता विकसित की है। Pixel 9 सीरीज में यह कार्य Gemini Nano द्वारा किया जाएगा।
गूगल ने उदाहरण के रूप में बताया कि अगर कॉलर यह दावा करता है कि वह यूजर के बैंक से है और सुरक्षा उल्लंघन के कारण फंड ट्रांसफर करने को कहता है, तो AI मॉडल ऑडियो जानकारी को प्रोसेस करके यह पता कर सकता है कि क्या इस प्रकार के बातचीत पैटर्न का उपयोग अन्य धोखाधड़ी में किया गया है।
धोखाधड़ी की संभावना का पता लगाने पर AI एक ऑडियो और हैप्टिक अलर्ट देगा और एक फोटो आधारित चेतावनी भी देगा।