आगरा 14 नवंबर। भरतपुर में एसआर हाॅस्पिटल के डाॅ. राजकुमार चाैधरी ने ताजगंज स्थित होटल गंगारत्न में आत्महत्या कर ली। उन्होंने मंगलवार को कमरा लिया था। कमरे में एनेस्थीसिया की ओवरडोज ड्रिप के माध्यम से लेकर जान दी। इससे पहले उन्होंने पत्नी को वीडियो काॅल कर कहा कि मैं बस दो मिनट का मेहमान हूं। पत्नी ने मोबाइल की लोकेशन पताकर होटल में काॅल किया। जब तक होटलकर्मी कमरे में पहुंचे, माैत हो चुकी थी। घटना से परिवार में कोहराम मच गया।
डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि मंगलवार रात 8:30 बजे पुलिस को सूचना मिली थी। ताज व्यू तिराहा स्थित होटल गंगारत्न के कमरा नंबर 309 में एक व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली है। उन्हें निजी अस्पताल ले गए थे, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। इस जानकारी पर पुलिस पहुंच गई। मृतक की पहचान भरतपुर (राजस्थान) के जसवंत नगर निवासी डाॅ. राजकुमार चाैधरी (58) हैं। वह रेडियोलाॅजिस्ट थे। वह पूर्व में राजस्थान के सरकारी अस्पताल में कार्यरत थे। 6 साल पहले नाैकरी छोड़ दी थी।
उन्होंने एसआर हाॅस्पिटल के नाम से अपना अस्पताल खोल लिया। मंगलवार सुबह वह भरतपुर कोर्ट में साक्ष्य देने के लिए आए थे। इसके बाद आगरा आकर होटल में शाम तकरीबन 4 बजे कमरा लिया था। शाम को 6:30 बजे पत्नी को वीडियो काॅल किया। इसमें कहा कि बस मैं दो मिनट का मेहमान हूं। इसके बाद काॅल कट दिया।
जानकारी पर पत्नी ने उनके बारे में पता करना शुरू कर दिया। लोकेशन पता कर ली। ताजगंज क्षेत्र की जानकारी मिलने पर होटलों को काॅल किए। इसमें उन्होंने हुलिया और मोबाइल नंबर बताया। होटल गंगारत्न में काॅल आने पर कर्मचारी कमरे में पहुंचे। वह बेड पर पड़े मिले। उधर, परिजन भी आ गए। वह उन्हें निजी अस्पताल ले गए, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। पोस्टमार्टम के बाद परिजन बुधवार को शव को ले गए। मृतक के साले ने पुलिस को बताया कि जीजा के साथ उनकी बहन भी डाॅक्टर हैं। मंगलवार को दिन में दोनों में किसी बात पर विवाद हुआ था। इसी विवाद में आत्महत्या की आशंका है।
परिजनों ने पुलिस को बताया कि डॉ. राजकुमार चौधरी रेडियोलाजिस्ट थे। छह महीने पहले सरकारी अस्पताल से सेवानिवृत्ति लेकर उन्होंने भरतपुर में एसआर हॉस्पिटल के नाम से अपना अस्पताल खोला था। वह मंगलवार सुबह भरतपुर कोर्ट में साक्ष्य देने लिए आए थे।
इंस्पेक्टर ताजगंज जसवीर सिंह ने बताया कि डॉ. राजकुमार की जेब से पुलिस को सुसाइड नोट मिला है।जिसमें उन्होंने आत्महत्या के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया है। पत्नी और बेटी जाह्नवी के बारे में लिखा है। अपने मित्रों के नाम भी लिखे हैं। पत्नी और बेटी को लिखा है कि किसी तरह की समस्या होने पर उनके विश्वासपात्र मित्रों की मदद ले सकते हैं। मृतक डाॅक्टर की पत्नी भी स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं। भाई भी डाॅक्टर हैं।