ब्रैम्पटन 05 नवंबर। कनाडा के ब्रैम्पटन के हिंदू सभा मंदिर में श्रद्धालुओं पर खालिस्तानियों के हमले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. साथ ही हिंदू मंदिर के बाहर खालिस्तानियों के विरोध प्रदर्शन में भाग लेने वाले कनाडाई पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया गया है.
पील रीजनल पुलिस ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि इन तीनों को ब्रैम्पटन में ओंटारियो कोर्ट ऑफ जस्टिस के समक्ष पेश किया जाएगा. गिरफ्तार किए गए लोगों में 23 साल का विकास और 31 साल का अमृतपाल सिंह है. इस मामले में चौथे शख्स को भी गिरफ्तार किया गया था लेकिन बाद में उसे छोड़ दिया गया था.
निलंबित पुलिसकर्मी की पहचान हरिंदर सोही के रूप में हुई है. वह खालिस्तान का झंडा पकड़े हुए कैमरे में कैद हो गया था. सोही पील रीजनल पुलिस में सार्जेंट के पद पर तैनात है.
बता दें कि कनाडा में खालिस्तान समर्थकों ने एक बार फिर मंदिर को निशाना बनाया है। इस बार ब्रैम्पटन में हिन्दू सभा मंदिर पर हमला किया गया है। इतना ही नही खालिस्तानियों ने हिन्दू श्रद्धालुओं के साथ जमकर मारपीट भी की। प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर में हुई हिंसा को स्वीकार नहीं किया जा सकता। हर कनाडाई को अपने धर्म का स्वतंत्र और सुरक्षित तरीके से पालन करने का अधिकार है।
वहीं हिन्दू कैनेडियन फाउंडेशन के आधिकारिक एक्स हैंडल पर जारी वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि खालिस्तान समर्थक ब्रैम्पटन के हिन्दू सभा मंदिर में श्रद्धालुओं के साथ मारपीट कर रहे हैं। हिन्दू कैनेडियन फाउंडेशन गैर लाभकारी संगठन है। यह कनाडा में हिन्दू समुदाय के लिए काम करता है। संगठन ने एक्स पर कहा कि खालिस्तानी आतंकवादियों ने बच्चों और महिलाओं पर हमला किया।
ओटावा में भारतीय उच्चायोग का इस घटना पर बयान आया है। उच्चायोग ने कहा कि ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर और काउंसुलर कैंप के बाहर भारतविरोधी तत्वों का हिंसक व्यवधान बेहद निराशाजनक है। हम भारतीय नागरिकों सहित आवेदकों की सुरक्षा के लिए भी बहुत चिंतित हैं। कनाडा के प्रमुख विपक्षी नेता पियरे पोलीवरे ने हिन्दू सभा मंदिर पर हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि कनाडा हिंदुओं की रक्षा नहीं कर पा रहा।