लखनऊ 05 नवंबर। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने अपने 15 डिपो को निजी हाथों के हवाले कर दिया है. अब इन डिपो में बसों की मरम्मत का काम प्राइवेट फर्में संभालेंगी. इन 15 डिपो में परिवहन निगम मुख्यालय के ठीक पीछे का अवध डिपो भी शामिल है.
उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने बताया कि परिवहन निगम की कार्यशालाओं की क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से 19 डिपो के वर्कशॉप को आउटसोर्सिंग के माध्यम से निविदा पर दिए जाने के लिए टेंडर किया गया था. इनमें से 15 डिपो की निविदा का अनुमोदन प्रदान कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि 15 डिपो में कुल 1,255 बसों के लिए दरें तीन रुपए 57 पैसे प्रति किलोमीटर से लेकर 5.48 पैसे तक प्राप्त हुई हैं. इस निविदा के जरिये इन डिपो के वर्कशॉप में बसों के मेंटेनेंस का कार्य निजी कंपनियों को दे दिया जाएगा. इनमें मुख्य रूप से श्याम इंटरप्राइजेज, एसडीएल एंटरप्राइजेज, आर के ऑटोमोबाइल हैं. इनकी कार्यप्रणाली को देखने के बाद बाकी के 100 डिपो का भी मेंटेनेंस का कार्य निजी कंपनियों को सौंप दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि कार्यशालाओं में तकनीकी कर्मचारियों और अधिकारियों की कमी के कारण परिवहन निगम की बसों में मेंटेनेंस की समस्या देखने को मिल रही है. प्राइवेट कंपिनयां अच्छी गुणवत्ता के साथ बसों को मेंटेन करेंगी.
लखनऊ का अवध डिपो, नजीबाबाद डिपो, हरदोई डिपो, जीरो रोड डिपो, ताज डिपो, साहिबाबाद डिपो, देवरिया डिपो, वाराणसी कैंट डिपो, सुल्तानपुर डिपो, झांसी डिपो, बलिया डिपो, बांदा डिपो, बदायूं डिपो, इटावा डिपो और बलरामपुर डिपो शामिल हैं.
वहीं, उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के लखनऊ में दो बस स्टेशन पीपीपी मॉडल पर निर्मित होने हैं. इनमें एक बस स्टेशन गोमती नगर स्थित विभूति खंड में तो दूसरा बस स्टेशन चारबाग में बनेगा. विभूति खंड में वर्तमान में यूपीएसआरटीसी लखनऊ की रीजनल वर्कशॉप है, जो 58000 वर्ग मीटर में फैली है. लेकिन अब बस स्टेशन बनने से 31000 वर्ग मीटर जगह बस स्टेशन में चली जाएगी और यह वर्कशॉप 27000 वर्ग मीटर में ही बचेगी.
रोडवेज की कार्यशाला में ही लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड की भी कार्यशाला है. यह वर्कशॉप जल्द ही पूरी तरह से खत्म हो जाएगी, क्योंकि सिटी बस की कार्यशाला की पूरी जगह पीपीपी मॉडल पर बनने वाले विभूतिखंड बस स्टेशन में चली गई है. इस भूमि पर अब बस स्टेशन का निर्माण होने लगा है. यह कार्यशाला जल्द ही बस स्टेशन में तब्दील हो जाएगी. इसके साथ ही चारबाग बस स्टेशन पर भी पीपीपी मॉडल पर काम होना है. लिहाजा, यहां पर भी लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के एमडी का जो कैंप ऑफिस है उसे भी हटा दिया जाएगा. सिटी बस की वर्कशॉप और एमडी का कैंप ऑफिस वृंदावन P4 पार्किंग में स्थापित किया जाएगा. यहीं पर बसों का रखरखाव कराया जाएगा और सिटी बसों का संचालन भी होगा.
लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के प्रबंध निदेशक आरके त्रिपाठी का कहना है कि विभूति खंड स्थित रोडवेज की क्षेत्रीय कार्यशाला 58000 वर्ग मीटर में फैली है. इसमें पीपीपी मॉडल पर बस स्टेशन का निर्माण हो रहा है तो 31000 वर्ग मीटर जगह अब बस स्टेशन के निर्माण के लिए दे दी गई है. इसी 31000 वर्ग मीटर में सिटी बस की कार्यशाला भी थी जो अब वहां पर नहीं रहेगी. पहले परिवहन निगम ही सिटी बसों का भी संचालन करता था इसीलिए परिवहन निगम की कार्यशाला में ही सिटी बस की भी कार्यशाला थी. अब इस कार्यशाला को वृंदावन P4 पार्किंग में शिफ्ट किया जाएगा. इसके अलावा चारबाग स्थित सिटी बस एमडी के कैंप ऑफिस को भी P4 पार्किंग में ही स्थापित किया जाएगा, क्योंकि चारबाग बस स्टेशन का भी पीपीपी मॉडल पर ही निर्माण होना है. नगर विकास विभाग की तरफ से सिटी ट्रांसपोर्ट को P4 पार्किंग में स्थान उपलब्ध कराया जा रहा है.