नई दिल्ली 09 अक्टूबर। उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा उपचुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी ने बुधवार को छह सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने करहल सीट से तेजप्रताप को उतारा है। वहीं सीसामऊ विधानसभा सीट से पूर्व विधायक इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी को टिकट दिया है। वहीं मिल्कीपुर से अजीत प्रसाद को टिकट दिया है।
अखिलेश यादव ने फूलपुर विधानसभा सीट से मुस्तफा सिद्दीकी को, कटेहरी विधानसभा सीट से शोभावती वर्मा को और मझंवा सीट से डॉ. ज्योति बिंद को मैदान में उतारा है। वहीं विधानसभा उपचुनाव के लिए सबसे चर्चित सीट मिल्कीपुर पर अयोध्या से सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद पर भरोसा जताया है।
समाजवादी पार्टी ने जिन छह सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की है। उसमें दो सीटें ऐसी हैं, जहां पर भाजपा ने 2022 विधानसभा में जीत हासिल की थी। यह दो सीटें फूलपुर और मझवां सीट है। इन दोनों ही सीटों पर गठबंधन के तहत कांग्रेस अपनी दावेदारी पेश कर रही थी लेकिन अब सपा ने उम्मीदवारों की घोषणा कर मुकाबले के दिलचस्प होने का एलान कर दिया है।
सपा ने मीरापुर, कुंदरकी, गाजियाबाद सदर और अलीगढ़ की खैर सीट पर उम्मीदवारों के नाम होल्ड कर दिए हैं. कुंंदरकी में वर्क परिवार अपने करीबी की पैरवी में जुटा है, जबकि मोरादाबाद से पूर्व सांसद एसटी हसन यहां से अपने लिए टिकट चाह रहे हैं.
इसी तरह अलीगढ़ और मीरापुर में भी मारामारी की स्थिति है. गाजियाबाद सदर सीट सपा कांग्रेस को दे सकती है. हालांकि दूसरी ओर कांग्रेस अभी गठबंधन के लिए पांच सीटों पर अपना दावा कर रही है लेकिन इससे पहले ही सपा ने उम्मीवादरों का ऐलान कर दिया है. यानी देखा जाए तो अब कांग्रेस को उसकी डिमांड के अनुसार पांच सीटें मिलने की संभावना नहीं है. सूत्रों की मानें तो सपा इस उपचुनाव के लिए कांग्रेस को एक से दो सीट देने का मन बना चुकी है. हालांकि अभी तक गठबंधन की तस्वीर पूरी तरह साफ नहीं हुई है.
लेकिन सपा ने जिन सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है उनमें से लगभग उसके ही सदस्यों के इस्तीफे से सीटें खाली हुई है. बीते विधानसभा चुनाव में सपा ने इन सीटों पर जीत दर्ज की थी. खास बात यह है कि सपा ने उम्मीदवारों का ऐलान करने में अपने पीडीए फॉर्मूले का ध्यान रखा है.
यूपी की जिन 10 सीटों पर उपचुनाव होने हैं उनमें मीरापुर, गाजियाबाद, खैर, कुंदरकी, करहल, मझवां, फूलपुर, सीसामऊ, मिल्कीपुर और कटेहरी शामिल हैं. 2027 से पहले इन 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लिटसम टेस्ट माना जा रहा है.