नई दिल्ली 08 अक्टूबर। हरियाणा में आखिर इंतजार की घड़ी खत्म हो ही गई। पांच अक्टूबर को 90 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव के नतीजे आज घोषित हो जाएंगे। इस बाबत वोटों की गिनती शुरू हो चुकी है। शनिवार को वोटिंग के तुरंत बाद आए एग्जिट पोल में जहां बीजेपी को निराशा का मुंह देखना पड़ा। वहीं, कांग्रेस के लिए ये एग्जिट पोल काफी सकारात्मक रहे। 10 साल बाद कांग्रेस सत्ता में वापसी करती नजर आ रही है। हालांकि, स्पष्ट रूप से आज ही यह सामने आ सकेगा कि प्रदेश में कौन सा राजनीतिक दल अपनी सरकार बनाने जा रहा है।
शुरुआती रुझानों में ही जहां कांग्रेस बहुमत के आंकड़े से बहुत आगे थी, वही बीजेपी बेहद पीछे रही थी. कांग्रेस अपनी जीत को लेकर शुरू से ही आश्वस्त चल रही थी, लेकिन जैसे-जैसे समय बढ़ता गया, रुझानों ने अचानक पलटी मारी. बाजी पलटी और बीजेपी ने कांग्रेस को पछाड़ दिया. सुबह 10 बजे तक के रुझानों के अनुसार, बीजेपी जहां 47 सीटों पर आगे थी, वहींं कांग्रेस पिछड़कर 35 सीटों पर चली गई. 5 सीटों पर निर्दलीय भी आगे थे.
पानीपत शहरी विधानसभा के काउंटिंग रोक दी गई है. ये काउंटिंग कांग्रेस एजेंट की ओर से रुकवाई गई है. कांग्रेस एजेंट ने मशीनों में धांधली होने का आरोप लगाया है. कांग्रेस एजेंट का आरोप है कि जिन मशीनों में बैटरी 99% से ज्यादा दिखाई गई उन मशीनों में बीजेपी के 65% से अधिक वोट दिखाए जा रहे हैं इसलिए काउंटिंग रुकवाएंगे. कांग्रेस प्रत्याशी वीरेंद्र शाह काउंटिंग सेंटर पर पहुंचे हैं. कांग्रेस एजेंट ने चुनाव आयोग को शिकायत की गई.
हरियाणा में बीजेपी ने बड़ा उलटफेर किया है. पार्टी 47 सीटों पर लीड कर रही है, जबकि कांग्रेस घटकर 38 पर आ गई है.
जुलाना विधानसभा सीट पर पहले राउंड की काउंटिंग हो गई है. कांग्रेस की विनेश फोगाट जुलाना से आगे चल रही है. विनेश को 4114, बीजेपी के योगेश बेरागी को 3900, JJP के अमरजीत डांडा को 146 और AAP की कविता दलाल 31 वोट मिले हैं.
हरियाणा के लिए AICC के तीनों पर्यवेक्षक अजय माकन, अशोक गहलोत और प्रताप सिंह बाजवा चंडीगढ़ जाएंगे. ये जानकारी सूत्रों के हवाले से सामने आई है.
शुरुआती रुझानों में कांग्रेस 67 सीटों तक लीड कर रही थी, लेकिन अब सीटें घटने लग गई हैं. इस समय कांग्रेस 60 और बीजेपी 24 सीटों पर आगे चल रही है.
हरियाणा में मुकाबला भले ही बीजेपी और कांग्रेस के बीच में हो, लेकिन कई और भी दल हैं जो पूरी ताकत के साथ मैदान में उतरे हैं. इनमें इंडियन नेशनल लोकदल है जिसका बीएसपी के साथ गठबंधन है. वहीं, दुष्यंत चौटाला की अगुवाई वाली जेजेपी है जिसका गठबंधन आजाद समाज पार्टी के साथ है. बीजेपी ने 2019 के चुनाव जेजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई थी और दुष्यंत चौटाला डिप्टी सीएम बने थे. हालांकि, लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी और जेजेपी के रास्ते अलग-अलग हो गए.
90 सीटों पर एक हजार से अधिक उम्मीदवार
हरियाणा की सभी 90 सीटों पर 1031 उम्मीदवार मैदान में रहे. इनमें 464 निर्दलीय और 101 महिलाओं उम्मीदवार भी हैं. इस बार के चुनाव में राज्य में 67 फीसदी के आसपास वोटिंग दर्ज हुई है. 87 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए एक-एक मतगणना केंद्र और बादशाहपुर, गुरुग्राम और पटौदी विधानसभा सीटों के लिए दो-दो काउंटिंग सेंटर बनाए गए हैं.