Date: 22/11/2024, Time:

पीड़ित थानेदारों की कार्यप्रणाली पर उठा रहे हैं सवाल, पुलिस कर रही है सरकार की छवि खराब: सांसद डॉ. राजकुमार सांगवान, मुख्यमंत्री जी सुविधा और साधन उपलब्ध कराने के साथ ही इन्हें जवाबदेह बनाइये

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उत्तर प्रदेश सरकार सभी जिलों में कानून व्यवस्था और भयमुक्त वातावरण कायम करने के लिए भरपूर प्रयास कर रही है तथा सीएम योगी जी द्वारा सभी सुविधाएं और जरूरी व्यवस्थाएं भी की जा रही है। सिर्फ इसलिए कि आम आदमी की थानों में सुनवाई हो और उन्हें सम्मान व न्याय समय से मिल सके। बीते दिवस लखनऊ में अपर पुलिस महानिदेशक स्तर के अधिकारियों के साथ डीजीपी प्रशांत कुमार की मौजूदगी में पुलिसकर्मियों को मिलेगा ई पेंशन प्रणाली का लाभ की घोषणा करते हुए इनके कार्यों की समीक्षा की गई। एवं डीजीपी द्वारा रखी गई समस्याओं के समाधान पर भी जोर दिया गया। सीएम ने कहा कि सिपाही भर्ती परीक्षा का परिणाम अक्टूबर तक जारी कर दिया जाएगा। इस मौके पर सीएम ने कई अहम निर्देश दिए। जिसके तहत साइबर फारेंसिक लैब बनाएं। हर थाने में साइबर हेल्प डेस्क क्रियाशील रखें। तत्काल रिस्पॉन्स हो। रेलवे ट्रैक पर सिलेंडर, रॉड आदि मिली हैं। पथराव भी हुआ। संबंधित विभाग, इंटेलिजेंस समन्वय बनाएं। वरिष्ठ अधिकारी समय पर कार्यालय आएं। किसी भी कार्यालय में कोई फाइल तीन दिन से अधिक लंबित न हो। कुंभ के लिए जल्द 40 घोड़े खरीदें। पुलिस की सभी इकाइयों के बीच बेहतर संवाद और समन्वय होना चाहिए। पीआरवी-112 की लोकेशनिंग सुधारें। ई-रिक्शा चलाने वालों का वेरिफिकेशन कराएं। नाबालिग ई-रिक्शा न चलाएं, इनका रूट भी तय होना चाहिये। वीआईपी सुरक्षा में तैनात पुलिस बल का नियमित अंतराल पर स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाए। तैनाती में युवाओं को वरीयता दें। मुख्यमंत्री ने इसके साथ ही कहा कि पुलिस अपनी जिम्मेदारियों का ईमानदारी के साथ निर्वहन करे। भूमाफियाओं पर सख्ती से कार्रवाई कर उन्हें जेल भेजा जाए।
मुख्यमंत्री जी समय चाहे पूर्व का हो या वर्तमान का भयमुक्त वातावरण की स्थापना और अपराध रोकने में पुलिस का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। एक ग्रामीण कहावत के अनुसार अगर कहीं दस बदमाश खड़ें हो और एक पुलिस वाला आ जाए तो सभी भाग जाते हैं। दूसरी तरफ यह भी पक्का है कि समाज को कानून व्यवस्था का अहसास कराने के लिए इस विभाग के अफसरों और कर्मियों को चाक चौबंद आधुनिक हथियारों और सुविधाओं से युक्त किया जाए। यह भी समाज हित में जरूरी है।
लेकिन वर्तमान में जो देखने में आ रहा है ज्यादातर पुलिसकर्मी अपनी जिम्मेदारियां निभाने और शासन की नीति के तहत पीड़ित आदमी को न्याय दिलाने की जिम्मेदारी नहीं निभा पा रहे हैं। क्योंकि अगर उन्होंने सरकार की नीति और सीएम की भावनाओं के तहत कार्यों को अंजाम दिया जा रहा होता तो पूर्व में प्रदेश के राज्यमंत्री दिनेश खटीक और अब भाजपा के सहयोगी दल रालोद के बागपत सांसद डॉ. राजकुमार सांगवान को यह नहीं कहना पड़ता कि जिले के थानों में हो रही है खुली लूट। उन्होंने यह भी कहा कि बागपत पुलिस सरकार की छवि खराब करने का प्रयास कर रही है। योगी जी पुलिस को लेकर ऐसे शब्द और आरोप जनता के माध्यम से दोहराए जाते रहे हैं और पूर्व में कई बार सत्ताधारी दल को प्रमुख नेता भी इस प्रकार के आरोप लगाने से पीछे नहीं रहे हैं।
दूसरी ओर सरकार की जो नीतियां हैं उन्हें पूरा करने में ज्यादातर पुलिसकर्मी कामयाब नजर नहीं आते हैं। इसी कारण देहात से लेकर जनपद मुख्यालय तक पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर धरना प्रदर्शन और एसपी व डीएम को ज्ञापन देते लोग नजर आ जाते हैं। पिछले दिनों खबर पढ़ने को मिली कि पुलिस को चेतावनी देकर किया ऐलानिया कत्ल। सीएम साहब ऐसे आरोप प्रत्यारोप की कड़ी बहुत लंबी हो सकती है। जनता चाहती है कि आपकी भावनाओं के तहत पुलिस प्रशासन जनता की समस्याओं का समाधान करने के साथ कानून का राज कायम करे। आप और सरकार सभी सुविधाएं दें लेकिन यह भी अपनी जिम्मेदारियों पर खरा उतरे तभी शासन की सोच के अनुसार काम होता नजर आएगा। वरना तो आधी से ज्यादा समस्याओं के लिए और डॉ. राजकुमार सांगवान ने जो कहा कि पुलिस सरकार की छवि खराब कर रही है उसे देखते थानेदारों और दारोगा की कार्यप्रणाली पर रोक नहीं लगाई तो स्थिति बहुत खराब हो सकती है।
रालोद सांसद राजकुमार सांगवान बोले, बागपत के थानों में खुलेआम लूट, थानेदार और अपराधी दोनों बेलगाम
बागपत सांसद डॉ. राजकुमार सांगवान ने बागपत पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि थानों में खुलेआम लूट हो रही है और थानेदार बेलगाम हो गए हैं, जो एसपी तक की नहीं सुनते हैं। अपराधियों के आगे पुलिस फेल हो गई है। जिले में व्यापारी और किसान समेत हर कोई असुरक्षित महसूस कर रहा है। इस तरह बागपत पुलिस सरकार की छवि को धूमिल कर रही है। डा. राजकुमार सांगवान रालोद से सांसद हैं, जिसका प्रदेश में बीजेपी से गठबंधन है।
सांसद बागपत के स्याद्वाद कालेज में एक कार्यक्रम में पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री अपराध मुक्त और भय मुक्त समाज की स्थापना करने का प्रयास कर रहे हैं। जबकि बागपत पुलिस लूट करने में लगी है। किसानों के नलकूपों में रोजाना चोरी हो रही है और पुलिस मुकदमा तक नहीं लिख रही है। व्यापारियों के प्रतिष्ठानों और घरों में चोरी व लूट की घटनाएं हो रही हैं। हत्या भी लगातार हो रही हैं और इस तरह जिले में बेखौफ अपराधी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। जिले में महिलाओं के साथ छेड़छाड़, बलात्कार और हत्या की वारदात बढ़ रही है। पुलिस की कार्यशैली से किसान और व्यापारी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। ऐसे में हम किसी भी जगह जाते हैं तो लोग जवाब मांगते हैं।
उन्होंने कहा कि सीएम से मिलकर जल्द ही पुलिस की करतूत बताई जाएगी। जिलाध्यक्ष डॉ. सुभाष गुर्जर ने कहा कि बागपत पुलिस की करतूतों की पूरी सूची तैयार की गई है, जो सीएम को सौंपी जाएगी।
बालैनी, रमाला, दोघट, खेकड़ा समेत कई थानेदार बेलगाम
सांसद डा. राजकुमार सांगवान ने कहा कि जिले में कोई एक नहीं, बल्कि बालैनी, रमाला, दोघट, खेकड़ा, सिंघावली अहीर समेत कई थानेदार बेलगाम हैं। लोग थानों में जाते हैं तो उनसे अभद्रता की जाती है। लोग शिकायत लेकर थानों में जाने से डरने लगे हैं। रमाला थाने में समस्या सुनने की जगह लोगों के साथ खुलेआम गालीगलौज की जाती है। अगर कोई एसपी कार्यालय पर इनकी कारगुजारी की शिकायत लेकर आता है तो उनको धमकाया जाता है।
(प्रस्तुतिः संपादक रवि कुमार बिश्नोई दैनिक केसर खुशबू टाइम्स मेरठ)

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