Date: 22/11/2024, Time:

दिल्ली के शिशु केयर अस्पताल में आग लगने से 7 नवजातों की मौत, मालिक डॉ. नवीन समेत दो गिरफ्तार

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नई दिल्ली 27 मई। दिल्ली के विवेक विहार इलाके में एक बेबी केयर सेंटर में शनिवार देर रात आग लग गई. इस घटना के बाद कम से कम 12 नवजात शिशुओं को वहां से निकाला गया. हालांकि इनमें से 7 नवजातों की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि 5 शिशु अस्पताल में भर्ती हैं.

दिल्ली अग्निशमन विभाग ने कहा कि उसे रात 11.32 बजे एक कॉल मिली और नौ दमकल गाड़ियों को घटनास्थल पर भेजा गया. अधिकारियों ने बताया कि इमारत से 12 नवजात शिशुओं को बचाया गया.
दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) के प्रमुख अतुल गर्ग ने कहा कि विवेक विहार में आईआईटी, ब्लॉक बी के पास एक शिशु देखभाल केंद्र से आग लगने की सूचना मिली. गर्ग ने कहा, ‘दमकल की कुल नौ गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंचीं और आग पर काबू पाया. वहां से 12 नवजात शिशुओं को बचाया गया, जिन्हें दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया गया.’

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के विवेक विहार में बेबी केयर सेंटर अग्निकांड में अस्पताल के मालिक डॉ. नवीन समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं, दिल्ली सरकार ने अस्पताल में आग लगने की घटना की मजिस्ट्रेट जांच के निर्देश दिए हैं. बेबी केयर सेंटर में लगी आग के पीछे लापरवाही बताई जा रही है और इस मामले में 5 बड़े खुलासे हुए हैं.

विवेक विहार के बेबी केयर न्यू बोर्न हॉस्पिटल में हुए हादसे की शुरुआती जांच के बाद कई खामियां सामने आई हैं. इसमें सबसे बड़ा खुलासा हुआ है कि बेबी केयर सेंटर का लाइसेंस मार्च में ही खत्म हो चुका था. दिल्ली सरकार ने बेबी केयर सेंटर को जो लाइसेंस जारी किया था, वो 31 मार्च 2024 को एक्सपायर हो गया था. दिल्ली सरकार का हेल्थ डिपार्टमेंट परमिशन देता है, लेकिन दिल्ली पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि लाइसेंस 31 मार्च को खत्म हो गया था. यानी यह नर्सिंग होम अवैध तरीके से चलाया जा रहा था.

अवैध तरीके से चल रहे दिल्ली के इस बेबी केयर सेंटर को पुराने लाइसेंस में केवल 5 बड की ही मंजूरी थी, लेकिन अस्पताल ने दोगुने से ज्यादा बेड लगाए हुए थे. नर्सिंग होम को सिर्फ 5 बेड की परमिशन थी, लेकिन 25-30 बच्चे रखे जा रहे थे. हादसे के वक्त भी अस्पताल में 12 बच्चे भर्ती थे, जिनका रेस्क्यू किया गया था.
दिल्ली पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि अवैध तरीके से चलाए जा रहे इस बेबी केयर सेंटर में आग बुझाने के इंतजाम तक नहीं थे. अस्पताल में फायर सेफ्टी नॉर्म्स फॉलो नहीं किए जा रहे थे. हॉस्पिटल में अंदर आने और बाहर जाने का सही इंतजाम नहीं था. कोई इमरजेंसी एग्जिट भी नहीं था.

बेबी केयर सेंटर के मालिक नवीन खिंची ने Pediatric Medicine में एमडी किया है और वो पश्चिम विहार में रहता है. उसकी पत्नी जागृति डेंटिस्ट है और इस अस्पताल को चलाती है. इस हॉस्पिटल में BAMS डॉक्टरों की ड्यूटी लगी थी, जो बच्चों की केयर करने के लिए क्वालिफाइड नहीं थे. बेबी केयर सेंटर में बच्चों के इलाज के लिए MBBS डॉक्टर को होना चाहिए था, लेकिन यहां BAMS डिग्री धारक डॉक्टर मौजूद थे.

‘शिशु देखभाल नवजात शिशु अस्पताल’ की चार ब्रांच हैं. हॉस्पिटल के सेंटर दिल्ली के विवेक विहार के अलावा पंजाबी बाग, गुरुग्राम और फरीदाबाद में भी चल रहे हैं. इस मामले में दिल्ली पुलिस ने हॉस्पिटल के मालिक डॉक्टर नवीन को गिरफ्तार किया है. दूसरी गिरफ्तारी डॉक्टर आकाश की हुई है, जो बीएएमएस किया है और जिस वक्त सेंटर में आग लगी उस वक्त ड्यूटी डॉक्टर था. यानी डॉक्टर आकाश इस वक्त सेंटर का हेड था.

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