पुणे 24 अक्टूबर। शहर के पिंपरी चिंचवड़ के भोसारी स्थित सद्गुरुनगर में आज सुबह 7 बजे के करीब एक पानी की टंकी ढ़ह गई. इसके मलबे में दबने से 5 मजदूरों की मौत हो गई जबकि कई अन्य घायल हो गए. घायलों को उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया. पुलिस मामला दर्ज कर घटना की जांच में जुटी है.
जानकारी के अनुसार सद्गुरुनगर में आज सुबह एक पानी की टंकी अचानक भरभरा कर गिर गई. टंकी के नीचे कई लोग रहते थे. हादसे के समय वह टंकी के नीचे मौजूद थे. हादसे के बाद लोगों ने इसकी सूचना पुलिस और फायर ब्रिगेड को दी. सूचना पाकर पहुंची पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने मलबे में फंसे लोगों को बाहर निकाला. बताया जा रहा है कि तीन लोग मौके पर ही मृत पाए गए. जबकि दो अन्य लोगों ने अस्पताल में दम तोड़ दिया.
बताया जा रहा है कि जमीन से करीब 12 फीट की ऊंचाई पर पानी की टंकी बनाई गई थी. सुबह काम पर जाने से पहले मजदूर टंकी के पास लगे नल पर नहाने के लिए आए थे. तभी अचानक टंकी टूटकर नीचे गिर गई और वहां नहा रहे मजदूर उसके नीच दब गए. मजदूरों के इस कैंप में बिहार-झारखंड के अलावा बंगाल, यूपी और अन्य राज्यों के करीब 1 हजार से ज्यादा मजदूर रह रहे हैं. कुछ मजदूर तो यहां 4-5 दिन पहले ही आए हैं. मजदूरों के नहाने के लिए पानी के टंकी के पास 20-25 नल लगाए गए हैं. इसके साथ ही 60 के करीब शौचालय भी बनाए गए हैं.
स्थानीय लोगों का कहना है कि टंकी की दीवार काफी कमजोर थी जो पानी के दबाव को सहन नहीं कर पाई फलस्वरूप दीवार भरभरा कर गिर गई. इस टंकी के नीचे सदगुरुनगर इलाके में एक लेबर कैंप में काम करने वाले मजदूर रहते थे. स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि बिल्डर ने टंकी के निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया. इसी वजह से यह हादसा हुआ. अहम बात यह है कि कमिश्नर शेखर सिंह ने स्पष्ट किया है कि जिस पानी की टंकी में हादसा हुआ, वह नगर निगम की नहीं है.