Date: 21/11/2024, Time:

बिना आपरेशन ऐंठे 45 हजार, दूसरी आंख पर पट्टी बंधी होने पर खुला राज

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नोएडा 15 नवंबर। गामा एक स्थित आनंद स्पेक्ट्रम हास्पिटल में सात वर्षीय बच्चे की आंख का आपरेशन किए बगैर 45 हजार रुपये ऐंठ लिए गए। आपरेशन थिएटर से निकलने के बाद बीमारी से प्रभावित बाईं की जगह दाईं आंख पर पट्टी बंधी होने पर स्वजन को शक हुआ। उन्होंने बच्चे को दूसरे चिकित्सक को दिखाया तो फर्जीवाड़े का राजफाश हुआ। बच्चे के पिता ने मामले की मुख्य चिकित्साधिकारी और पुलिस को शिकायत दी है।

बीटा दो के नितिन भाटी ने बताया कि एक सप्ताह पहले सात वर्षीय बेटे युधिष्ठर की बाईं आंख से पानी आने लगा। उन्होंने इलाज के लिए आनंद स्पेक्ट्रम अस्पताल के डा. आनंद वर्मा को दिखाया। डाक्टर ने बाईं आंख के अंदर प्लास्टिक का महीन तिनका होने की जानकारी देते हुए कुछ दवा दी। उससे आराम नहीं मिलने पर 11 नवंबर को फिर से बेटे को डाक्टर के पास ले गए। डाक्टर ने आपरेशन करने की बात कही। 12 नवंबर को उनसे 45 हजार रुपये जमा कराए। बेटे को आपरेशन थियेटर में लेकर गए। डाक्टर की पत्नी आपरेशन थियेटर से करीब एक मिनट बाद ही बाहर निकल गई और बताया कि बेटे का सफल आपरेशन हो गया है। उन्हें मोबाइल में एक प्लास्टिक के टुकड़े का फोटो दिखाते हुए बताया गया कि आपरेशन करके यही निकाला गया है। उसके दो से तीन घंटे बाद बेटे की दाईं आंख में पट्टी बांध कर आपरेशन थियेटर से बाहर निकाला गया। वह उसे लेकर घर पहुंच गए। नितिन भाटी ने बताया कि उनकी मां यानि बच्चे की दादी बेटे को देखकर चौंक गईं। उन्होंने कहा कि बीमारी तो बाईं आंख में थी, पट्टी दाईं में क्यों बंधी हैं।

इस पर उन्हें भी शक हुआ। वह बेटे को वापस लेकर अस्पताल पहुंचे। डाक्टर से कहा कि बाईं की जगह दाहिनी आंख का आपरेशन क्यों कर दिया। उनका आरोप है कि डाक्टर व उनकी पत्नी ने बदतमीजी की। डिस्चार्ज समरी को फाड़ने की कोशिश की। उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम में सूचना देकर पुलिस बुला ली। स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुंची। पुलिस ने डाक्टर से पूछताछ की तो सामने आया कि जो प्लास्टिक के तिनके की फोटो मोबाइल पर दिखाई गई थी, वह 13 मई की दूसरे किसी की पुरानी फोटो थी। आरोपित डाक्टर व उनकी पत्नी ने पुलिस को उनके खिलाफ सीधे तौर पर कानूनी कार्रवाई नहीं करने के लिए चेताया। नितिन ने कहा कि पुलिस ने उन्हें मुख्य चिकित्साधिकारी से शिकायत करने की सलाह दी। उसके बाद उन्होंने दूसरे नेत्र विशेषज्ञ को बेटे को दिखाया। नेत्र विशेषज्ञ ने जांच की तो पता चला कि बच्चे की किसी भी आंख का आपरेशन नहीं किया गया है। आंख में संक्रमण है, जिसे दवाई से ठीक किया जा सकता है। तब उन्हें पता चला कि आनंद स्पेक्ट्रम हास्पिटल में बेटे की आंख का आपरेशन किए बगैर 45 हजार रुपये ले लिए गए। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को लिखित शिकायत कर डाक्टर पर कार्रवाई करके अस्पताल को सील करने की मांग की है।

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