इटावा 17 मई। उत्तर प्रदेश में इटावा लायन सफारी में शेरनी रूपा ने शुक्रवार को चार शावकों को जन्म दिया, लेकिन जन्म के कुछ देर बाद ही एक-एक करके चारों की मौत हो गई है। शावकों की मौत को लेकर के प्रारंभिक तौर पर सफारी प्रबंधन की लापरवाही परिलक्षित होती हुई दिख रही है। मगर सफारी प्रबंधन का कोई भी अधिकारी अपनी लापरवाही स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है।
इटावा सफारी पार्क के निदेशक डॉ.अनिल कुमार पटेल ने चार शावकों की मौत की पुष्टि करते हुए बताया कि 16 और 17 मई की रात में लायन सफारी में 5 साल की रूपा नामक शेरनी ने ब्रीडिंग सेंटर में अपने गर्भकाल के पूर्ण होने के लगभग 20 दिन पूर्व ही चार मरे हुए शावकों को जन्म दिया। निदेशक ने बताया कि शेरनी रूपा को ब्रीडिंग सेंटर में रखा गया था। यहां पर उसकी पूरी देखरेख की जा रही थी तथा इसकी समुचित देखरेख के लिए एक विशेषज्ञ पशु चिकित्सक की विशेष तैनाती भी की गई थी। ब्रीडिंग सेंटर में शेरनी के प्रसव के लिये संभावित तिथि 5/6 जून के लिये पूरी तैयारी की गई थी, परन्तु समय से पूर्व ही प्रसव हो गया। रूपा ने दूसरी बार गर्भधारण किया है। इससे पहले उसने दो शावक को जन्म दिया था जिसमें से एक मृत शावक था तथा दूसरे को शेरनी द्वारा अपनाये नहीं जाने पर नियो नेटल केयर यूनिट में कीपर अजय द्वारा अपने हाथ से पाला गया जो वर्तमान में स्वस्थ है एवं लगभग 8 महीने का हो गया है। समय से पूर्व प्रसव होने के कारण संभवत: कोई भी शावक जीवित नहीं रहा।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य जीव एवं मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक उत्तर प्रदेश लखनऊ से प्राप्त निर्देश के क्रम में शावकों के मृत्यु की वास्तविक कारणों की जानकारी एवं इन पर विशेष शोध हेतु सभी मृत शावकों को आई.वी.आर.आई. बरेली भेजा गया है। इटावा लायन सफारी में चार शावकों की हुई मौत सफारी प्रबंधन की लापरवाही या फिर कोई और वजह है इसका वास्तविक खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद सामने आयेगा।