Date: 23/12/2024, Time:

प्रॉपर्टी डीलर राकेश वार्ष्णेय हत्याकांड में 4 आरोपी गिरफ्तार, 20 करोड़ की संपत्ति के लिए मर्डर की फुलप्रूफ प्लानिंग

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गाजियाबाद 08 जून। चार माह से लापता प्रॉपर्टी डीलर राकेश वार्ष्णेय के मामले में स्वाट टीम ने उनके पार्टनर समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। राजू ने ही मुरादाबाद में 20 करोड़ की संपत्ति कब्जाने के लिए तीन साथियों संग उनकी हत्या की है। 28 फरवरी की रात सभी ने दिलशाद गार्डन के ऑफिस पर बैठकर शराब पी थी। राकेश के नशे में होने पर आरोपियों ने उनकी शराब में नीला थोथा मिला कर एनेस्थेसिया के छह इंजेक्शन लगाकर हत्या कर दी। चारों ने शव को क्रेटा गाड़ी से गंगनहर में फेंक दिया था। पुलिस ने मृतक की शर्ट, जूते, पर्स और कागजात बरामद किए हैं। मुख्य आरोपी राजू मृतक की पत्नी के साथ केस की पैरवी भी करता था।

डीसीपी निमिष पाटील ने बताया कि वारदात में मुख्य आरोपी राजू उपाध्याय निवासी यमुना विहार दिल्ली, उसके दोस्त अनुज गर्ग निवासी ब्रह्मपुरी, गांधीनगर के एम्बुलेंस चालक कृष्णा अग्रवाल और निजी केयर होम में नर्सिंग स्टाफ हरीश कुमार शर्मा निवासी कोतवाली देहात बुलंदशहर को गिरफ्तार किया है। जांच में पता चला कि राकेश ने नवंबर 2023 में मुरादाबाद में 20 करोड़ रुपये कीमत की संपत्ति खरीदी थी। उसे बेचने के लिए उन्होंने राजू उपाध्याय के नाम पावर अटॉर्नी की थी।

इस संपत्ति को कब्जाने के लिए उसको लालच आ गया। उसने दिसंबर महीने में उनकी हत्या की योजना बना ली थी। अनुज को एक फ्लैट दिलाने का झांसा दिया। उसके जरिये कृष्णा को भी नई एम्बुलेंस का लालच देकर योजना में शामिल कर लिया। वारदात के लिए उसने मुंबई से दो सिम कुरियर से मंगवाए जबकि दिल्ली गफ्फार मार्केट से दो फोन भी खरीदे। डीसीपी के मुताबिक प्रापर्टी डीलर राकेश वार्ष्णेय ने दिल्ली में एक मामले में मुकदमा दर्ज कराया हुआ था। राजू ने 26 फरवरी को इसी केस के बहाने राकेश को मुंबई की सिम से कॉल कर मारने की धमकी दी थी।

वह इतना शातिर है कि जब राकेश ने राजू से धमकी की कॉल के बारे में बताया तो उसने मुकदमा दर्ज कराने की सलाह भी दी थी। कुछ दिनों बाद वह राकेश काे दिल्ली कनॉट प्लेस में ले गया। वहां शराब में कुछ नशीला पदार्थ मिला दिया लेकिन उन्होंने बदबू की बात बोलकर शराब नहीं पी और वहां से घर लौट आए। इस बीच उनका राजू से पांच करोड़ रुपये पर विवाद हो गया। वह 28 फरवरी 2024 को डीसीपी ट्रांस हिंडन के ऑफिस में अधिवक्ता दीपक के साथ शिकायत करने गए थे। वहां से अधिवक्ता के साथ कड़कड़डूमा कोर्ट पहुंचे तो लौटते समय रास्ते में राजू उपाध्याय मिला। वह उन्हें बातों में उलझाकर अपने दिलशाद गार्डन स्थित ऑफिस पर ले गया।

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