लखनऊ, 03 जनवरी। प्रदेश में एक साल में मेडिकल पीजी की 353 सीटों का इजाफा हुआ है। सर्वाधिक 56 सीटें जिम्स ग्रेटर नोएडा में बढ़ी हैं, कन्नौज मेडिकल कॉलेज में 52 सीटें बढ़ी हैं। कम्युनिटी मेडिसिन, माइक्रोबायलॉजी, ऑब्स एंड गायनी सहित करीब डेढ़ दर्जन विधाओं में यह सीटें बढ़ी हैं। इससे सरकारी अस्पतालों,मेडिकल कॉलेजों को विशेषज्ञ चिकित्सक मिल सकेंगे।
प्रदेश में सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों के साथ मेडिकल की यूजी-पीजी सीटों में भी इजाफा हो रहा है। सीटें बढ़ने से विशेषज्ञ चिकित्सक मिलने में आसानी रहेगी। वर्ष 2024 इस मामले में खास रहा। इस साल में प्रदेश में 353 पीजी सीटों की बढ़ोतरी हुई है। यह सीटें अयोध्या, बहराइच, बस्ती, देवरिया, फिरोजाबाद, जौनपुर, शाहजहांपुर , जिम्स ग्रेटर नोएडा, अंबेडकर नगर, बदायूं, आजमगढ़, बांदा, जालौन, कन्नौज, कानपुर, झांसी, प्रयागराज के सरकारी कॉलेजों, पीजीआईसीएच नोएडा, पीजीआईसैफई और एसएन मेडिकल कॉलेज आगरा में बढ़ी हैं।
प्रदेश में इस समय कुल पीजी सीटों की संख्या 4010 हो चुकी है। इनमें से 1906 सीटें सरकारी मेडिकल कॉलेजों में और 2104 सीटें प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में हैं। इस वृद्धि के चलते प्रदेश में अधिक से अधिक डॉक्टर तैयार किए जा सकेंगे, जो आने वाले समय में स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूत बनाएंगे।
इन विधाओं में बढ़ी सीटें
पीजी सीटों में बढ़ोतरी लगभग सभी प्रमुख विधाओं में हुई है। इसमें शामिल हैं:
एमडी जनरल मेडिसिन
एमडी पैथोलॉजी
एमडी कम्युनिटी मेडिसिन
एमएस ऑर्थोपेडिक्स
एमडी एनेस्थीशिया
एमडी पीडियाट्रिक्स
एमएस ऑब्स एंड गायनी
एमएस ईएनटी
एमडी माइक्रोबायोलॉजी
इन विधाओं में सीटों की बढ़ोतरी से विशेषज्ञता वाले चिकित्सकों की संख्या में बढ़ोतरी होगी।
सरकारी और प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में लगातार बढ़ रही सीटों के कारण राज्य में नए डॉक्टर तैयार करने की प्रक्रिया में तेजी आई है। इससे न केवल स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा, बल्कि प्रदेश की स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी संरचना को भी मजबूती मिलेगी।