जोधपुर 06 मार्च। राजस्थान के जोधपुर से झारखंड पहुंचे एक व्यापारी का पैसों की खातिर कत्ल कर दिया गया. फिर सिर काटकर रांची में गाड़ दिया और धड़ को खूंटी जिले में ठिकाने लगाया. व्यापारी का नाम पुखराज था. वह 27 लाख रुपया नकद लेकर 40 क्विंटल डोडा (अफीम) खरीदने के लिए झारखंड पहुंचा था. उसका संपर्क नशे का कारोबार करने वाले राज नामक व्यक्ति से हुआ था. राज पहले व्यापारी पुखराज को अपने साथ लेकर रांची के नामकुम थाना क्षेत्र अंतर्गत सुकरीडीह गांव पहुंचा.
वहां, आनंद मुंडा और हरसिंह मुंडा नामक दो व्यक्तियों से उसकी मुलाकात करवाई. व्यापारी ने उन्हें बताया कि डोडा खरीदने के लिए वो 27 लाख रुपये नकद लेकर आया है. हालांकि, डोडा उपलब्ध नहीं होने के कारण यह डील पूरी नहीं हो पा रही थी. लेकिन, 27 लाख नकद रुपया देखकर तीनों आरोपियों की नियत डोल गई. फिर तीनों ने मिलकर एक हत्याकांड की ऐसी वारदात को अंजाम दिया जिससे झारखंड से लेकर राजस्थान तक हड़कंप मच गया.
तीनों आरोपियों ने मिलकर योजनाबद्ध तरीके से पहले व्यवसाय पुखराज की हथौड़े से उसके सिर पर वार कर उसकी हत्या कर डाली. इसके बाद उसके सिर को काट कर अलग कर दिया और रांची के ही नामकुम क्षेत्र के सुकरीडीह गांव के ही एक अरहर के खेत में ले जाकर गाड़ दिया. फिर पुलिस को गुमराह करने के उद्देश्य से उसके धड़ को तीनों मिलाकर लगभग 50 किलोमीटर की दूरी पर खूंटी जिला के मरंगहादा थाना क्षेत्र के जामुंडीह मोड़ के समीप के जंगल में ले जाकर फेंक दिया.
चूंकि सिर और धड़ दो अलग-अलग जिलों में फेंका गया था तो आरोपियों को लगा कि शायद पुलिस इस मामले का कभी उद्वेदन ही नहीं कर पाएगी. 28 फरवरी को खूंटी जिला के मारंगहादा थाना क्षेत्र में मिली सिर कटी लाश मामले को लेकर एक SIT टीम का गठन किया गया था. एसआईटी टीम ने विभिन्न तकनीकी पहलुओं का इस्तेमाल करते हुए और एफएसएल की मदद से मृतक की पहचान राजस्थान के जोधपुर जिला के रहने वाले पुखराज के रूप में की.
अंततः खूंटी जिला की पुलिस ने इस ब्लाइंड मिस्टीरियस मर्डर केस का आखिरकार उद्वेदन करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें नामकुम थाना क्षेत्र के सुकरीडीह गांव के रहने वाले आनंद मुंडा और हरसिंह मुंडा शामिल हैं. दोनों आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने सुकरीडीह गांव के ही अरहर के खेत से ही मृतक व्यवसाय पुखराज के कटे हुए सिर को भी बरामद कर लिया. साथ ही साथ हत्या में उपयोग किए गए कुल्हाड़ी, हथौड़ा और लगभग 5 लाख नकद भी बरामद किया है.
गौरतलब है कि खूंटी पुलिस ने 28 फरवरी की सुबह उसका सिर कटा शव बरामद किया था. शव मिलने के बाद एसपी अमन कुमार ने डीएसपी वरुण कुमार रजक के नेतृत्व में एसआईटी गठित कर मामले को सुलझाने और अपराधियों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया था. ब्लाइंड केस का खुलासा करना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती थी लेकिन तकनीकी और मुखबिरों की मदद से पुलिस ने ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा करने में सफलता हासिल की है.