लालू की बेटियों, बेटे तेजस्वी के ठिकानों पर ईडी की रेड

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पटना. रेलवे में जमीन के बदले नौकरी घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गत दिवस लालू यादव, बेटे तेजस्वी और तीन बेटियों समेत कई अन्य करीबियों के दिल्ली-एनसीआर, पटना, रांची और मुंबई में कुल 24 ठिकानों पर छापामारी की, जहां से 53 लाख नकद, 1,900 डालर, 540 ग्राम सोने के बिस्किट, 1.5 किलो सोने के गहने और अहम दस्तावेज बरामद किए गए हैं। ये ठिकाने रागिणी यादव, चंदा यादव, हेमा यादव, नवदीप सरदाना, प्रवीण जैन, सैयद अबु दोजाना, एके इन्फोसिस्टम, ब्रह्मा सिटी प्राइवेट लिमिटेड, एलिट लैंडबेस, ह्वाइटलैंड कारपोरेशन प्राइवेट लिमिटेड और मेरिडियन कंस्ट्रक्शन से संबंधित हैं।

ईडी ने जमीन के बदले नौकरी घोटाले में मनी लांड्रिंग के ठोस सुबूत मिलने का दावा किया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री के रूप में लालू के कार्यकाल में कई लोगों को ग्रुप डी की नौकरी मिली। बदले में लालू के परिवार के सदस्यों और एके इन्फोसिस्टम कंपनी के नाम पर उनकी जमीनें बहुत कम कीमत पर ट्रांसफर की गईं। लालू की दो बेटियां रागिनी और चंदा इस कंपनी की पूर्व निदेशक हैं। हेमा यादव को घोटाले से जुड़े दो भूखंड अलग से मिले थे।
अधिकारी ने कहा कि घोटाले में की गई अवैध कमाई का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि 7.5 लाख में खरीदे चार भूखंड मेरिडियन कंस्ट्रक्शन को 3.5 करोड़ में बेचे गए। मेरिडियन कंस्ट्रक्शन राजद के पूर्व विधायक सैयद अबु दोजाना की कंपनी है। ईडी के अधिकारी के अनुसार, 3.5 करोड़ राबड़ी देवी और हेमा के पास से होते हुए तेजस्वी व परिवार के अन्य सदस्यों के पास पहुंचने के सुबूत मिले हैं।

अधिकारी ने कहा कि एके इन्फोसिस्टम लालू के परिवार की ही कंपनी है। उनकी दो बेटियां इसमें निदेशक रह चुकी हैं। यह कंपनी न्यू फ्रेंड्स कालोनी के जिस पते पर पंजीकृत है, उसका उपयोग तेजस्वी दिल्ली में आवास के रूप में करते हैं। छापे के दौरान इस घर में उनकी उपस्थिति से इसकी पुष्टि होती है।

वहीं आरजेडी प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव ने ट्विटर पर लिखा, “हमने आपातकाल का काला दौर भी देखा है. हमने वह लड़ाई भी लड़ी थी. आधारहीन प्रतिशोधात्मक मामलों में आज मेरी बेटियों, नन्हें-मुन्ने नातियों और गर्भवती पुत्रवधु को भाजपाई ED ने 15 घंटों से बैठा रखा है. क्या इतने निम्नस्तर पर उतर कर बीजेपी हमसे राजनीतिक लड़ाई लड़ेगी?”लालू यादव ने आगे लिखा, “संघ और बीजेपी के विरुद्ध मेरी वैचारिक लड़ाई रही है और रहेगी. इनके समक्ष मैंने कभी भी घुटने नहीं टेके हैं और मेरे परिवार एवं पार्टी का कोई भी व्यक्ति आपकी राजनीति के समक्ष नतमस्तक नहीं होगा.”

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