नई दिल्ली. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर द्वारा सोमवार को ट्विटर पर छह महिला सांसदों के साथ एक सेल्फी पोस्ट करने के बाद से विवाद लगातार जारी है। सोशल मीडिया यूजर्स ने जहां उनके पोस्ट को लेकर उन्हें ट्रोल किया वहीं अब पश्चिम बंगाल से सांसद मिमी चक्रवर्ती ने इस मुद्दे पर ट्रोलर्स को जवाब दिया है। मिमी चक्रवर्ती ने राजेश नागर के ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा कि श्राजेश नागर सेल्फी वास्तव में मैंने ली थी शशि थरूर ने नहींश्। दरअसल, राजेश नागर नाम के यूजर ने लिखा था कि श्थरूर साहब लोकसभा महिलाओं के साथ सेल्फी लेने और उन्हें आकर्षक हने के लिए नहीं बनाया गया है बल्कि यहा कानून बनाने के लिए है। आप भावी सांसदों के लिए गलत मिसाल कायम कर रहे हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने सोमवार को ट्विटर पर छह महिला सांसदों के साथ एक सेल्फी पोस्ट की जिसके बाद वह सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए। दरअसल, नेटिजन्स की आपत्ति फोटो को लेकर दिए गए कैप्शन को लेकर थी। इस तस्वीर का कैप्शन था- कौन कहता है कि लोकसभा काम करने के लिए एक आकर्षक जगह नहीं है? इसी को लेकर वह विवादों में घिर गए। कई नेटिजन्स ने उन पर निशाना साधते हुए विवाद को जन्म दे दिया। थरूर ने बाद में कुछ लोगों को ठेस पहुंचाने के लिए माफी मांगी और कहा कि महिला सांसदों की पहल ये फोटो मजाकिया अंदाज में ली गई थी। उन्होंने मुझे इसी अंदाज में इसे ट्वीट करने के लिए कहा था।
शशि थरूर ने ट्वीट किया था, कौन कहता है कि लोकसभा काम करने के लिए एक आकर्षक जगह नहीं है? आज सुबह छह साथी सांसदों के साथ। इस फोटो में उनके साथ बारामती की सांसद सुप्रिया सुले, पटियाला की सांसद परनीत कौर, दक्षिण चेन्नई की सांसद थमिजाची थंगापांडियन, जादवपुर की सांसद मिमी चक्रवर्ती, बशीरहाट की सांसद नुसरत जहां और करूर से सांसद एस ज्योतिमणि थीं। उनके ट्वीट को कई यूजर्स ने आपत्ति जताई है। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, आप संसद और राजनीति में उनके योगदान को आकर्षण की वस्तु बनाकर नीचा दिखा रहे हैं। संसद में महिलाओं को आपत्तिजनक बनाना बंद करें। सुप्रीम कोर्ट की वकील करुणा नंदी ने ट्वीट किया- अविश्वसनीय है कि शशि थरूर जैसा कोई सांसद निर्वाचित राजनीतिक नेताओं को उनके लुक से आंकेगा। दोस्तों यह 2021 है। वहीं, नंदी के इस ट्वीट का जवाब देते हुए बैडमिंटन खिलाड़ी और अर्जुन पुरस्कार विजेता ज्वाला गुट्टा ने ट्वीट किया- ऐसा नहीं है करुणा। मुझे लगता है कि हमें कुछ चीजों को हल्के में लेने की जरूरत है और हर चीज इतनी बारीकी से नहीं देखना चाहिए। यह संसद में मौजूद सभी महिलाओं के लिए एक तारीफ थी जो आम तौर बंधे-बंधाए खांचे में रहती हैं!! ये बस मेरी राय है।