हंसने-हंसाने का सिलसिला…
पति (किताब पढ़ते हुए) – एक लेखक ने लिखा है कि
पतियों को भी बोलने की आजादी होनी चाहिए…!!!
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पत्नी (हंसते हुए) – देखो वो भी बेचारा लिख ही पाया,
बोल नहीं पाया…!!!
आज का ज्ञान
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पहली बरसात में…
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गांव में मिट्टी की खूश्बू आती है…
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और…
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शहर में नाले की…!!!