नई दिल्ली। अब बद्रीनाथ से केदारनाथ जाने के लिए रुद्रप्रयाग आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। केंद्र सरकार दोनों धामों को जोड़ने के लिए सड़क बना रही है जिसमें 900 मीटरा लंबी सुरंग की जरूरत होगी। – केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय ने 248.52 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना को मंजूरी दे दी। 900 मीटर लंबी इस सुरंग को बनने में ढाई साल लगेंगे। इसके साथ ही अलकनंदा पर 200 मीटर लंबा एक पुल भी बनाया जाएगा। सुरंग बनने के बाद तीर्थयात्रियों को रुद्रप्रयाग में 3 से 4 घंटे तक लगने
वाले जाम से भी मुक्ति मिल जाएगी। अभी केदारनाथ से बद्रीनाथ और बद्रीनाथ से केदारनाथ जाने के लिए हा सभी यात्रियों को रूद्रप्रयाग शहर के अंदर संकरी और भीड़ वाली सड़कों से होकर ही जाना पड़ता था।
10,000 कारों की क्षमता 40,000 कार प्रतिदिन (पीसीयू) की क्षमता “वाली इस सुरंग में आने जाने के लिए अलगअलग रास्ते होंगे। परियोजना के लिए न तो पर्यावरण विभाग की अनुमति चाहिए और ना ही भूमि अधिग्रहण की क्योंकि अधिकतर भूमि वन विभाग की है। उत्तराखंड सरकार इसके लिए अपनी सहमति पहले ही दे चुकी है। सुगम होगी चारधाम यात्रा जून 2013 में केदारनाथ में आई भीषण बाढ़ के बाद सरकार चारधाम यात्रा के सभी मार्ग सुदृढ़ कर रही है। जहां कहीं भी ट्रैफिक जाम की शिकायत थी उन सभी स्थानों को दुरुस्त किया जा रहा है। यह परियोजना भी उस योजना का एक अंग है।