कानपुर 14 जनवरी। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर के पूर्व छात्र लाल बंगला निवासी अमित कुमार निरंजन ने ऐसा काम कर दिखाया है, जिस काम के बारे में सोचकर ही लोग डर जाते हैं. अमित इन दिनों मीडिया में शुर्खिंयां बटोर रहे हैं, क्योंकि उन्होंने छह विषयों में राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा क्वालीफाई कर कर नया रिकार्ड बनाया है.
अमित की इस उपब्धि के लिए उनका नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया है. भारत में अभी तक इतने विषयों में किसी छात्र ने नेट क्वालीफाई नहीं किया. हालांकि दो से तीन विषयों में नेट क्वालाफाई करने वाले आपको मिल जाएंगे, लेकिन 6 विषयों में ऐसा कमाल करने वाले अमिल देश के पहले युवा है. उसकी इस उपब्धि के लिए कानपुर विश्वविद्यालय के कुलपति ने गत दिवस अमित कुमार निरंजन को इंडिया बुक का रिकॉड्स का प्रमाण पत्र सौंपा है.
अमित वाणिज्य, अर्थशास्त्र, प्रबंधन, शिक्षा शास्त्र, राजनीति विज्ञान व समाजशास्त्र विषयों में नेट परीक्षा क्वालफाई करने वाले देश के पहले और इकलौते छात्र हैं. अमित ने बताया कि किसी भी विषय की तैयारी के लिए उनको रटने की जरूरत नहीं होती है, बल्कि समझने की जरूरत होती है. अमित कहते हैं कि किसी विषय की तैयारी करते समय चीजों को लिखकर तैयार करने की आदत डालनी चाहिए.
अमित ने कहा कि अभ्यर्थियों को सभी विषय को बराबर समय देना चाहिए, कमजोर विषय पर विशेष ध्यान दें. अगर कोई विषय आपको कठिन लगता है और आप उसमें खुद को कमजोर महसूस करते हैं तो उसके सभी सूत्र, परिभाषाएं और प्रश्न धीरे-धीरे समझने का प्रयास करें. अमित 2010 में आईआईटी कानपुर में अर्थशास्त्र विषय के साथ पीएचडी के लिए चुने जा चुके हैं. वह 2013 में बैंक पीओ पद के लिए चयनित हो चुके हैं.
अमित ने कहा कि लोगों का धारण होती है कि मार्क्स लाना ही बच्चों का क्राइटेरिया होता है.बच्चे भी सिर्फ और सिर्फ मार्क्स के उद्देश्य से ही पढ़ते हैं. मैं इन बच्चों को संदेश देना चाहता हूं कि कोई भी सब्जेक्ट हो, जब आप उसको उसके कॉन्टेंट और समझ से पढ़ेंगे, जब आप ये समझेंगे कि उस सब्जेक्ट का अर्थ क्या है? तब आप उस सब्जेक्ट से जुड़ पाएंगे. तभी आप उस सब्जेक्ट से जुड़ जाएंगे तो कोई भी परीक्षा या एग्जाम आसानी से निकाल पाएंगे.
अमित ने बताया कि मैंने कक्षा 1 से 12वीं तक की अपनी पढ़ाई एयरफोर्स स्कूल चकेरी से पूरी की थी. ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन पीपीएन पीजी कॉलेज कानपुर से किया. वहीं 2009 में कानपुर यूनिवर्सिटी से एमफिल में टॉप किया. साल 2010 में मेरा सिलेक्शन आईआईटी कानपुर से इकोनॉमिक्स में पीएचडी के लिए हुआ था.