वोटरों को लुभाने हेतु गांव में प्रधान ने बंटवाई बिरयानी, खाने के लिए जुटी भीड़, मुकदमा दर्ज

0
229

बरेली 30 अगस्त। उत्तर प्रदेश में छह महीने बाद पंचायत चुनाव होने हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में वोटरों को लुभाने के लिए प्रधान के दावेदारों ने अपने-अपने तरीकों से वोटरों को लुभाने का काम शुरू कर दिया है। कोरोना काल में चुनाव के दावेदारों ने सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा रखी हैं। वोटरों को लुभाने के लिए हर प्रयत्न जारी हैं। कोई अपने गांव में खिचड़ा बंटवा रहा है तो कोई बिरियानी। ऐसा ही एक मामला बरेली में सामने आया है। यहां एक वर्तमान और पूर्व प्रधान ने गांव में लोगों की भीड़ जुटाई। इस बीच किसी ने वीडियो वायरल कर दिया। इसके बाद पुलिस हरकत में आई और दोनों पक्षों के लोगों पर मुकदमा दर्ज करवाया। बरसेर के सिरौली थानाक्षेत्र के गांव शहबाजपुर में आगामी प्रधानी चुनाव के लिए वोटरों को रिझाने के लिए दावेदारों ने प्रयास शुरू कर दिए हैं। प्रधान और पूर्व प्रधान पक्ष के एक उम्मीदवार ने गांव में लोगों को खिचड़ा और बिरयानी बांटी, जिसमें भारी भीड़ लग गई। अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीण सोशल डिस्टेंसिंग भूल गए। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।

प्रधानी चुनाव की अभी तिथि घोषित नहीं हुई है लेकिन गांव में अघोषित चुनाव शुरू हो गया है। दावेदार वोटरों को अपने पक्ष में लाने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में शहबाजपुर में पूर्व प्रधान पक्ष से संभावित उम्मीदवार ने गुरुवार को खिचड़ा बांटा तो मौजूदा प्रधान सफीउर्रहमान भला कहां पीछे रहने वाले थे। उन्होंने भी शुक्रवार शाम मस्जिद के सामने ऐलान कराकर ग्रामीणों को बिरयानी बंटवाई। बिरयानी खाने को भारी भीड़ उमड़ी तो छीना-छपटी मची। यहां सोशल डिस्टेंसिंग खत्म हो गई और किसी ने भी कोविड के नियम नहीं अपनाए। दोनों दावतों का वीडियो वायरल हो गया, जिसके बाद हड़कंप मच गया। अब तक बेखबर पुलिस भी हरकत में आ गई, दोनों पक्षों को थाने लाकर दर्जनों लोगों के खिलाफ मुकद्मा दर्ज कर दिया। इसके बाद गांव में सन्नाटा छाया हुआ है। भीड़ एकत्र करने वाले दोनों पक्षों समेत दो दर्जन लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है, उन्हें जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है।

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments