सवाई माधोपुर 7 मार्च। राजस्थान के गंगापुरसिटी में रोशनी के लिए शहर के विभिन्न स्थानो पर लगायी गयी 475 led bulb चोरी होने का मामला सामने आया है. जिसकी कीमत करीब 19 लाख रुपए बताई जा रही है. नगर परिषद अधिकारियो नें led bulb चोरी होने की रिपोर्ट कोतवाली थाना पुलिस को दी है परन्तु अभी तक पुलिस में मामला दर्ज नहीं हुआ है.
बताते चले कि गंगापुरसिटी में रात को रौशनी बनी रहे और अंधेरे से आमजन को राहत मिले इस उद्देश्य से शहर की सभी 45 वार्डो में कुल 9359 led bulb लगाये गये थे. जिसमें 475 एलईडी को चोर चुराकर ले गए, जिनकी कीमत तकरीबन 19 लाख रुपये बताई गई है. एलईडी चोरी होने के बाद शहर के मुख्य स्थानों पर घना अंधेरा छाया रहता है, जिससे चोरी, लूट एवं छेड़छाड़ जैसी वारदातें का भय बना रहता है.
इस संबंध में कोतवाली थाना पुलिसको led bulb चोरी होने की शिकायत की है, लेकिन कोतवाली थाना के अलावा उदईमोड़ थाना एवं सदर थाना क्षेत्र में भी बल्ब चोरी होने के अलग-अलग क्षेत्र होने के कारण कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया है, ऐसे में अब अलग अलग थाना पर मामला दर्ज कराने की बात अधिकारी कर रहे हैं.
दरअसल, बल्ब के चोरी होने जानकारी निरीक्षण के दौरान सामने आयी है, नवंबर 2019 शहर के जिन 45 वार्डों में विभिन्न जगहों पर एलईडी लाइट लगवा कर रोशनी की व्यवस्था की गई थी कंपनी के प्रतिनिधि एवं नगर परिषद के प्रतिनिधि ने नगर परिषद में लगाई गई एलईडी लाइटों के निरीक्षण के दौरान एलईडी की लाइट चोरी होना पाया, शहर के कई स्थानों से अज्ञात व्यक्ति एलईडी बल्ब चोरी कर ले गएस जिससे शहर की जनता को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है.
वहीं, इस संबंध में नगर परिषद के सहायक अभियंता नरसी मीणा एवं एलईडी ठेकेदार सहित अन्य कर्मचारियों के साथ कोतवाली थाने पहुंचे. जहां, थानाधिकारी जितेंद्र सिंह से मिले और चोरी हुई एलईडी का मामला दर्ज कराने को कहा. आयुक्त ने पुलिस से चुराई गई 475 एलईडी को बरामद कर अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. इस पर थाना अधिकारी ने कहा कि सभी एलईडी चोरी का मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का नहीं है जो चोरी की शिकायत है. वह मुख्य रुप से सदर थाना एवं उदयीमोड़ थाना क्षेत्र का मामला है.
फिलहाल अभी तक पुलिस में मामला दर्ज नही हुआ हैं दूसरी ओर यदि सीसीटीवी कैमरे चालू होते तो led bulb की चोरियों की वारदात भी कैमरे में कैद हो सकती थी और पुलिस को अज्ञात आरेापियो की तलाश मे भी मदद मिलती.