नोएडा 23 अप्रैल। दो युवा काराेबारी दोस्तों से 18.70 लाख रुपये की लूट मामले में यूपी पुलिस के सिपाही संग दो आरोपितों को मंगलवार को गिरफ्तार किया। पुलिस ने लूट की रकम में से छह लाख रुपये नकद, 11.20 लाख रुपये बैंक खातों में कराए फ्रीज और घटना में इस्तेमाल दो कार बरामद कीं।
पीड़ितों के एक दोस्त ने सिपाही समेत छह लोगों के साथ मिलकर लूट की योजना बनाई थी। सभी कानपुर के रहने वाले हैं। पुलिस अन्य चार फरार आराेपितों की तलाश में जुटी है। ट्रैवल एजेंसी चलाने वाला कानपुर नगर का अश्विन नोएडा सेक्टर 76 स्थित सिलिकॉन सिटी सोसायटी में रहता है।
दीपांशु व शोभित के साथ 18 अप्रैल को अश्विन के फ्लैट पर पहुंचे थे। चारों आपस में दोस्त हैं। दीपांशु जबरन रात को एक बजे शराब पीने के बहाने सोसायटी से बाहर लाया। चारों लोग शोभित की एसयूवी कार से घूमने निकल पड़े। रास्ते में उनकी कार को क्रेटा व स्कार्पियो कार सवार चार लोगों ने जबरन रोका। अश्विन व रजत को अपनी गाड़ियों में बैठा लिया। अश्विन की कार में बैठे एक व्यक्ति ने खुद को एसटीएफ पुलिसकर्मी बताया। आरोपी कारोबारियों को कार में बंधक बनाकर 12 घंटे तक घुमाते रहे।
क्रिप्टो करेंसी समेत अनाप शनाप तरीके से नंबर दो का पैसा कमाने की बात बोलते हुए डराया। थियार दिखाकर मारपीट करते हुए रुपयों की मांग की। इस बीच 7.5 लाख कैश और 11 लाख 20 हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर करा लिए। उसके बाद जेवर टोल प्लाजा से 30 किमी आगे छोड़कर भाग गए।
घटना से डरा हुआ अश्विन बस पकड़कर नोएडा कमरे पर पहुंचा। आपबीती स्वजन को बताई। 20 अप्रैल की शाम को अश्विन ने सेक्टर 113 थाना पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की।
डीसीपी राम बदन सिंह ने बताया- कॉन्स्टेबल कोमल सिंह प्रयागराज पुलिस लाइन में तैनात है। एक साल से वह ड्यूटी से गायब है। उसने अपने 5 साथियों के साथ मिलकर दो सर्राफा कारोबारियों अश्विन और रजत को 18 अप्रैल को लूटा था। पुलिस ने आज कॉन्स्टेबल कोमल सिंह और उसका साथ देने वाले आरुष त्रिपाठी को अरेस्ट कर लिया। अन्य की तलाश की जा रही है।
कॉन्स्टेबल कोमल सिंह और आरुष त्रिपाठी ने पुलिस को बताया- अश्विन और रजत हमारे पुराने दोस्त हैं। उन्होंने एक दिन हमारे दो दोस्तों दीपांशु और शोभित को नशे में फोन किया था। बताया कि उनके पास बहुत ज्यादा पैसा है। इसके बाद दीपांशु और शोभित ने हमें बताया कि दोनों काफी पैसे वाले हैं। शायद यह पैसा नंबर-2 का है। अगर उनसे लूट की जाएगी, तो वे पुलिस से शिकायत भी नहीं कर पाएंगे। इसके बाद हमने लूट का प्लान बनाया। फिर इस काम में दीपांशु और शोभित समेत 5 साथियों को शामिल किया।
इस मामले में अभी 4 अरोपी दीपांशु, शोभित, गौरव और उत्कर्ष फरार हैं। पुलिस ने इनके पास से 6 लाख रुपए, 2 लैपटॉप, 2 मोबाइल, घटना में शामिल एक महिंद्रा एसयूवी-700 और स्कॉर्पियो कार बरामद की है। चारों फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही है।