नई दिल्ली 21 मई। छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले के ग्राम सेमहारा में मंगलवार को एक साथ 19 लोगों को अंतिम विदाई दी गई। एक साथ इतने लोगों की अर्थी उठी तो पूरा गांव सहम गया और सभी की आंखें नम हो गई। एक चिता में 19 लोगों का शव देख गांववालों का दिल सिहर उठा। वहीं, मृतक मजदूरों के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है। इस सड़क हादसे के बाद पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है। बता दें कि इस अंतिम विदाई में राज्य के डिप्टी सीएम विजय शर्मा भी शामिल हुए थे। एक साथ जलते हुए 19 चिताओं को देख पूरे गांव में गमगीन माहौल बना हुआ है।
बता दें कि छत्तीसगढ़ के कवर्धा में भीषण सड़क हादसे में 18 महिलाओं की मौत हो गई. यह हादसा पिकअप के पलटने की वजह से हुआ. पिकअप में करीब 25 लोग सवार थे, ये सभी तेंदूपत्ता तोड़कर वापस लौट रहे थे. हादसा कुकदूर थाना क्षेत्र के बाहपानी में हुआ है. पिकअप खाई में गिर गई थी. हादसे की जानकारी मिलने के बाद पुलिस और प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया. घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.सभी मृतक बैगा आदिवासी समुदाय के थे. आदिवासियों के इस समुदाय को राष्ट्रपति ने गोद लिया था. यह एक संरक्षित जनजाति समुदाय है.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस दल को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया तथा घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जबकि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. उन्होंने बताया कि इस संबंध में अधिक जानकारी का इंतजार किया जा रहा है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 19 आदिवासियों के मौत पर दुख जताया है. उन्होने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा है कि छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले में हुई सड़क दुर्घटना में अनेक लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुखद है. इस हादसे में अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के प्रति मैं गहन शोक-संवेदनाएं व्यक्त करती हूं और घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं.
छत्तीसगढ़ के कवर्धा में हुआ सड़क हादसा अत्यंत पीड़ादायक है. इस दुर्घटना में जिन्होंने अपनों को खोया है, उनके प्रति मेरी शोक-संवेदनाएं. इसके साथ ही मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हरसंभव मदद में जुटा है.
हादसे में इनकी मौत
सड़क दुर्घटना में ग्राम सेमहारा की मिला बाई पति बजारी गोड़(48), टीकू बाई पति बुलाब सिंह गोंड़(40), सिरदारी पिता सिलाब गोंड़(45), धनईया बाई पति सिरदारी गोड़ (48), जनीमा बाई पति जनऊ गोंड़ (35), मुंगिया बाई पति बजरु मरावी(60), झंगलो बाई पति धनिराम गोंड़(62), सियाबाई पति तिरीत गोंड़(50),, पटोरीन बाई पति दयाराम गोंड़ (35), शांतिबाई पति शिवनाथ गोंड़(35) किरण पिता शिवनाथ गोंड़ (15) प्यारी बाई पति फूलचंद गोंड (40),सोमनबाई पिता फूलचंद गोंड (16), बिसमत बाई पति रम्हौ मरावी (45), लीलाबाई पति मानसिंह (35), भारती पिता मानसिंह(15), परसदिया बाई पति रामचंद्र पंद्राम(30), और सुमती बाई पति मदन सिंह(45) की मौत हो गई।
मृतकों में तीन मां बेटी भी शामिल
शांतिबाई गोंड़(35) और उसकी बेटी किरण (15), प्यारी बाई गोंड (40) और उसकी बेटी सोमनबाई (16) व लीलाबाई (35) और उसकी बेटी भारती (15) मृतकों में शामिल हैं।
इनकी हालत गंभीर
मुन्नी बाई पति श्रीराम(45), धानबाई पति जोधिराम धुर्वे(52), ममता पति अनिल मरावी(22) और गुलाब सिंह पिता हजारी लाल धुर्वे(50) गंभीर रूप से घायल हैं।
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