आगरा 03 अक्टूबर। आगरा में आंगनवाड़ी केंद्रों पर आने वाले गर्भवती महिलाओं व कुपोषित बच्चों को मुफ्त बंटने वाले पुष्टाहार की कालाबाजारी होती थी. बीते दिनों जब इसका पर्दाफाश हुआ तो CM योगी तक मामला पहुंचा. सीएम की सख्ती पर बुधवार देर रात आगरा डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने पुष्टाहार की कालाबाजारी मामले में सुपरवाइजर अनीता समेत 13 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को निलंबित कर दिया. इससे पहले मंगलवार को चार आंगनवाड़ी वर्कर निलंबित की गईं थीं. इसके साथ ही आगरा पुलिस ने इस मामले में फरार आरोपी गोदाम मालिक प्रवीन अग्रवाल को गिरफ्तार समेत दो आंगनवाड़ी वर्कर को भी गिरफ्तार लिया.
आगरा डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने पुष्टाहार की कालाबाजारी मामले में जिन्हें निलंबित किया गया है. उनसे पुष्टाहार की रिकवरी भी की जाएगी. इसके साथ ही इन आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. सूत्रों की मानें तो पुष्टाहार की कालाबाजारी में फंसी सभी 17 आंगनवाड़ी वर्कर की सेवा भी समाप्त की जाएगी. इस बारे में अधिकारी छानबीन कर रहे हैं. इसके साथ ही जिलाधिकारी ने शासन को भेजी रिपोर्ट में जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) आदीश मिश्रा और बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) विमल चौबे के खिलाफ भी कारवाई की संस्तुति की है.
बता दें कि सरकार की ओर से आंगनवाड़ी केंद्रों से पुष्टाहार का वितरण किया जाता है. ये पुष्टाहार पंजीकृत गर्भवती महिलाओं और छह साल से कम उम्र के बच्चों को कुपोषण से बचाने को मुफ्त बांटा जाता है. जिसमें चना दाल, सोयाबीन रिफाइंड तेल, दलिया समेत अन्य शामिल है. जिले में लंबे समय से पुष्टाहार का वितरण नहीं किए जाने के साथ ही पुष्टाहार की कालाबाजारी की शिकायत मिल रही थीं. इस पर कार्रवाई की गई तो पुष्टाहार के किराना की दुकानों पर बेचे जाने का खुलासा हुआ. नाई की मंडी थाना में पुष्टाहार की खरीद में गोदाम संचालक प्रवीन अग्रवाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया.
मंगलवार शाम को ही वीडियो कांफ्रेंसिंग से मुख्यमंत्री ने आगरा के जिलाधिकारी, मंडलायुक्त व पुलिस कमिश्नर को इस मामले में सख्त करवाई के निर्देश दिए। मंगलवार रात को ही पुलिस ने पुष्टाहार का अवैध भंडारण कर खरीद फरोख्त के आरोपी प्रवीण अग्रवाल निवासी नाई की मंडी, डेरा सरस को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने प्रवीन अग्रवाल के साथ दो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को भी गिरफ्तार किया है। इनमें सदर भटठी, मंटोला की भारती देवी और नाई की मंडी स्थित हलका मदन की इंदु शर्मा भी शामिल हैं। दोनों पर आरोप है कि वह सरकारी पुष्पाहार को को प्रवीन अग्रवाल को बेचा करती थी। प्रवीन पुष्टाहार ग्राहकों को बेचकर मुनाफा कमाता था। पुलिस आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से भी पूछताछ में लगी है।
बुधवार तक 17 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर निलंबन की करवाई हो चुकी है। डीपीओ और सीडीपीओ को भी शासन निलंबित कर सकता है। गहराई से जांच के लिए उच्च स्तरीय कमेटी भी शासन से बनाई जा सकती है। जिले में चार हजार से अधिक आंगनबाड़ी केंद्र हैं। जहां 3.50 लाख से अधिक लाभार्थी हैं।