नई दिल्ली 09 जुलाई। भारत की साइबर सुरक्षा एजेंसी CERT-In ने एक बड़ा अलर्ट जारी किया है, जिसमें बताया गया है कि दुनियाभर में करीब 16 अरब से ज़्यादा पासवर्ड लीक हो चुके हैं. यह अब तक की सबसे बड़ी डेटा लीक घटनाओं में से एक मानी जा रही है और इसका असर भारत के करोड़ों इंटरनेट यूज़र्स पर पड़ सकता है, खासतौर पर जो लोग Apple, Google, Facebook, Telegram, GitHub और VPN सेवाओं का इस्तेमाल करते हैं.
CERT-In की रिपोर्ट के मुताबिक, लीक हुए ये पासवर्ड करीब 30 से ज़्यादा डेटा डंप्स से जुटाए गए हैं, जिनका मुख्य स्रोत हैं. इंफो-स्टीलर मालवेयर जो यूज़र्स के कंप्यूटर या ब्राउज़र को संक्रमित करता है. गलत ढंग से कॉन्फ़िगर किए गए डेटाबेस, जैसे ओपन Elasticsearch सर्वर. इस लीक में केवल पासवर्ड ही नहीं, बल्कि निम्न जानकारियां भी शामिल हैं, यूज़रनेम और पासवर्ड, सेशन कुकीज़, ऑथेंटिकेशन टोकन, अकाउंट से जुड़ी मेटाडेटा जानकारी.
इससे क्या खतरा है?
आपकी पहचान चोरी हो सकती है. बैंक या सोशल मीडिया अकाउंट हैक हो सकता है. आप फिशिंग का शिकार हो सकते हैं. कोई भी आपकी पर्सनल डिटेल्स का गलत इस्तेमाल कर सकता है.
इन बातों का रखें खास ध्यान
पासवर्ड तुरंत बदलें: अपने सभी जरूरी अकाउंट्स (Google, Apple, Facebook, Telegram आदि) का पासवर्ड तुरंत बदलें. एक ही पासवर्ड कई जगह इस्तेमाल न करें.
मजबूत पासवर्ड बनाएं: पासवर्ड में अक्षर (A-Z), संख्याएं (0-9), और स्पेशल कैरेक्टर्स (@,#,$) जरूर शामिल करें. उदाहरण के लिए R@ghav!231 ऐसा कुछ रख सकते हैं.
2-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA): ये फीचर आपके अकाउंट को डबल सिक्योरिटी देता है. लॉगिन करते वक्त आपके मोबाइल पर एक ओटीपी आएगा जिससे कोई और आपका अकाउंट नहीं खोल सकता.
संदिग्ध ईमेल और लिंक से बचें: कोई भी अनजान ईमेल या लिंक पर क्लिक न करें, खासकर जब वो पासवर्ड या पर्सनल जानकारी मांग रहा हो.
पासवर्ड मैनेजर का इस्तेमाल करें: अगर आपको पासवर्ड याद रखने में दिक्कत होती है, तो पासवर्ड मैनेजर ऐप का इस्तेमाल करें. आप Google Password Manager, Bitwarden, 1Password को यूज कर सकते हैं.