Date: 23/12/2024, Time:

अमरनाथ यात्रा मार्ग पर लगेंगे 125 लंगर

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जम्मू, 13 मई। श्री बाबा अमरनाथ धाम की तीर्थयात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए खुशखबरी है। पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी विराजमान हो गए हैं। पवित्र गुफा के चारों ओर बर्फ जमी है। आसपास की पहाड़ियां भी बर्फ से चांदी की तरह चमक रही हैं। प्राकृतिक सौंदर्य के बीच श्रद्धालु अपने इष्ट भगवान अमरेश्वर के दर्शन कर सुखद अहसास करेंगे।

बाबा बर्फानी को ही बाबा अमरनाथ और भगवान अमरेश्वर नाम से पुकारा जाता है। इस वर्ष तीर्थयात्रा 29 जून से शुरू हो रही है जो 19 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन संपन्न होगी। तीर्थयात्रा के लिए अग्रिम पंजीकरण 15 अप्रैल से शुरू हो चुके हैं। अब तक दो लाख से अधिक श्रद्धालु पंजीकरण करा चुके हैं। पिछले वर्ष की तरह इस बार भी पवित्र गुफा से आरती का लाइव प्रसारण होगा। इस बार दोनों मार्गों पर करीब 125 लंगर लगेंगे।

यात्रा मार्ग पर मिलने वाली सुविधाओं के दाम जल्द तय हो जाएंगे। पवित्र गुफा के पास के क्षेत्र में तीर्थयात्रा के दोनों मार्गों पर वर्तमान में बर्फ जमी हुई है। प्रशासन बर्फ हटाने का कार्य तेजी से चला रहा है। जून के पहले सप्ताह से यात्रा मार्गों को साफ करने के काम में और अधिक तेजी लाई जाएगी। तीर्थयात्रा के लिए वर्तमान में ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों माध्यम से अग्रिम पंजीकरण की प्रक्रिया जारी है। तीर्थयात्रा के दोनों मार्गों पर श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए टेंडर निकालने की प्रक्रिया भी जारी है।

बता दें कि मध्यप्रदेश खरगोन जिला स्वास्थ्य विभाग ने तीन अलग-अलग शहरों में हेल्थ सर्टिफिकेट बनवाने की व्यवस्था की है. यह फैसला अमरनाथ यात्रियों को हो रही असुविधा को ध्यान में रखकर किया गया है. अब खरकोन के अलावा बड़वाह और महेश्वर के अस्पताल में भी अमरनाथ यात्रा पर जाने वालों का हेल्थ सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा.

अमरनाथ यात्रा में रखना होता है इन बातों का ध्यान
अमरनाथ यात्रा पर जाने से पहले यात्रियों को ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर के अलावा ईसीजी की जांच करानी होती है. डॉक्टर जब हेल्थ सर्टिफिकेट को जारी करता है तब जाकर अमरनाथ यात्रा के लिए पंजीयन होता है. ध्यान रहे कि अमरनाथ यात्रा में 13 साल से कम और 70 वर्ष से अधिक उम्र के लोग शामिल नहीं हो सकते हैं. इसके अलावा 6 हफ्ते से अधिक गर्भवती महिलाओं के लिए भी अमरनाथ यात्रा निषेध है.

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