सहारनपुर 28 जून। भाजपा महिला नेत्री कोमल गुर्जर की तरफ से गंगोह विधायक किरत सिंह के खिलाफ बुलाई गई महापंचायत पुलिस-प्रशासन ने नहीं होने दी। लाठियां फटकार कर भीड़ को दौड़ाया। इसके बाद भीड़ एक सपा नेता के आवास पर इकट्ठा हुई। विवाद सुलझाने के लिए पांच सदस्यीय कमेटी बनाई जाएगी। महिला नेत्री ने मीडिया से बात करते हुए विधायक पर परिवार के उत्पीड़न समेत गंभीर आरोप लगाए, लेकिन सबूत मांगने पर कहा कि समय आने पर दिखाएंगी। वहीं, महिला नेत्री को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया।
भाजपा महानगर महिला मोर्चा की जिला मंत्री कोमल गुर्जर ने गंगोह के तीतरो रोड स्थित एक गार्डन में महापंचायत का आह्वान कर रखा था। हालांकि, कोमल चौधरी को महापंचायत की अनुमति प्रशासन की ओर से नहीं मिली थी। इसके बाद भी महापंचायत आयोजित करने की कोशिश की गई। पुलिस और प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर पहले स्थल को सील किया। इसके बाद सड़क पर जुटी भीड़ को लाठीचार्ज कर तितर-बितर किया। इस दौरान तीन लोगों को हिरासत में लिया गया, जिनमें एक महिला भी शामिल थी।
कोमल गुर्जर ने मीडिया से बातचीत में विधायक पर फिर गंभीर आरोप दोहराए। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज कराए गए हैं। जब सबूत मांगे गए तो उन्होंने कहा कि समय आने पर पेश किए जाएंगे। उन्होंने पुलिस पर सोने की चेन गायब करने और समर्थकों से मारपीट करने के भी आरोप लगाए।
एसडीएम नकुड़ सुरेंद्र सिंह ने कहा कि बिना अनुमति के पंचायत आयोजित करने का प्रयास किया गया था, इसी कारण कार्रवाई की गई। महापंचायत नहीं होने दिया गया। तीन लोगों को महापंचायत करने के प्रयास में हिरासत में लिया गया। तीनों को बाद में छोड़ दिया गया।
पूर्व सांसद प्रदीप चौधरी ने इस पूरे मामले में बयान दिया है। फेसबुक पर पोस्ट कर उन्होंने इस घटना की निंदा की। साथ ही, उन्होंने कहा कि सम्मानित लोगों पर लाठीचार्ज और उनके घर पुलिस भेजकर प्रताड़ित करना गलत है। हम इसकी निंदा करते हैं।
भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. महेंद्र सैनी ने इस मामले में कहा कि पूरे प्रकरण से आलाकमान को अवगत करा दिया गया है। पार्टी हाईकमान की ओर से कोमल चौधरी को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है।