मुरादाबाद 23 दिसंबर। शाहिद कपूर अभिनीत वेब सीरीज फर्जी देखकर तीन युवकों ने जाली नोट छापने और बाजार में खपाने शुरू कर दिए। पुलिस ने रविवार को तीनों आरोपित को गिरफ्तार कर 2.74 लाख के जाली नोट बरामद कर लिए। वहीं, पूछताछ में करीब तीन लाख रुपये के जाली नोट रामपुर, अमरोहा और देहात क्षेत्र के बाजार में खपाने की बात भी सामने आई है।
एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने जयंतीपुर चिताई वाली गली स्थित एक मकान की दूसरी मंजिल पर पुलिस ने छापा मारा और वीडियो बनाते हुए ऊपरी मंजिल पर पहुंची। यहां बेड पर स्कैनर रखा था और नकली नोट छापे जा रहे थे। टीम ने मौके से तीन युवकों को पकड़ लिया। इनकी पहचान आदिल, नाजिम और शबाब अख्तर उर्फ राहुल के रूप में हुई। इनके पास से पुलिस ने 2,74,550 रुपये के नकली नोट के अलावा नोट छापने के उपकरण भी बरामद किए।
आदिल ने बताया कि वो करीब 3 साल से नकली नोटों के धंधे में लगा था। उसने नकली नोट छापने के लिए प्रिंटर का इस्तेमाल किया और सबसे पहली कोशिश उसने A4 पेपर पर की। लेकिन धीरे-धीरे वो पेपर बदलता गया और ड्राइंग पेपर पर जाकर उसकी सर्च पूरी हुई। करीब 2 महीने की प्रैक्टिस के बाद वो हूबहू असली जैसा नोट प्रिंट करने में कामयाब रहा।
आदिल ने बताया कि उसने नोट में मौजूद होने वाली चमकीली स्ट्रिप के स्थान पर चमकीले टेप का प्रयोग किया। नोट छापने के लिए अपनी गर्लफ्रेंड के घर को ठिकाना बनाया। आदिल का घर से करीब 500 मीटर दूर रहने वाली एक विधवा नर्स के साथ अफेयर था। नकली नोट छापने का काम आदिल इसी के घर से करता था।
आदिल ने बताया कि वो रोजाना नोट छापता था और रोज उन्हें बाजार में चला देता था। उसने मझोला के जयंतीपुर इलाके में अपनी गर्लफ्रेंड के घर को जाली करेंसी के काम के लिए अपना हेडक्वार्टर बना रखा था। हालांकि उसने पुलिस पूछताछ में दावा किया है कि उसकी नर्स गर्लफ्रेंड को इस बारे में कुछ भी पता नहीं था। उसके अस्पताल जाने के बाद वो नकली नोट छापता था।
एसपी सिटी रणविजय सिंह ने बताया- मझोला पुलिस ने जयंतीपुर में एक घर से जाली करेंसी छापते हुए आदिल निवासी टंकी के पास जयंतीपुर को रंगेहाथ दबोच लिया। उसके दो साथी मोहम्मद नाजिम निवासी एचएस स्कूल के पास राजा का सहसपुर बिलारी और शबाब अख्तर उर्फ राहुल निवासी काले बाबा का मैदान के पास नई आबादी जयंतीपुर को भी पकड़ा है।
आदिल ने शाहिद कपूर की मूवी ‘फर्जी’ देखकर प्रिंटर की मदद से जाली करेंसी छापने के आइडिया पर काम शुरू किया। कई बार फेल होने के बाद वो आखिरकार इसमें कामयाब हुआ और हूबहू नोट छापने लगा।
पुलिस पूछताछ में आदिल ने बताया कि वो अभी तक करीब 3 लाख रुपए के नकली नोट बाजार में खपा चुका है। वो खुद नोट छापता था। उसके बाकी दोनों साथी नाजिम और शबाब अख्तर उर्फ राहुल नकली नोटों को गांव देहात के बाजारों में खपाने का काम करते थे।